इस यात्रा के दौरान वे न केवल महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं का फीडबैक लेंगे, बल्कि माना जा रहा है कि इस क्रम में वे महिला मतदाताओं को साधने की भी कोशिश करेंगे। चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह यात्रा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार इस यात्रा के दौरान महिलाओं से संवाद भी करेंगे। सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार इस यात्रा के क्रम में महिलाओं के लिए कोई बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं। जदयू महिला मतदाताओं को अपना कोर वोटर मानता रहा है। महिलाओं की मांग पर ही नीतीश कुमार ने प्रदेश में शराबबंदी कानून का फैसला लिया था। हाल ही में झारखंड में हुए चुनाव में मंइयां सम्मान योजना का बड़ा लाभ महागठबंधन, खासकर झारखंड मुक्ति मोर्चा को मिला है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री भी अपनी इस यात्रा के दौरान बड़ी घोषणा कर सकते हैं।
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार कहते हैं कि मुख्यमंत्री कोई पहली बार यात्रा पर नहीं निकल रहे हैं। ये विकास योजनाओं को धरातल पर देखने जाते रहे हैं। नीतीश कुमार विकास योजनाओं की समीक्षा करेंगे और लाभार्थियों से भी वार्ता करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक है। नीतीश की इस यात्रा के बाद चुनाव में राजद की दुकान बंद हो जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस यात्रा के दौरान को न सिर्फ जमीनी जानकारी मिलेगी, बल्कि आने वाले समय में और क्या किया जा सकता है, उसका फैसला भी लेने में मदद मिल सकती है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र, कुशवाहा, जनसुराज पार्टी के प्रशांत किशोर भी यात्रा पर हैं और विभिन्न दौर की यात्रा पूरा कर चुके हैं।