हाल ही में अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के 2024 वैज्ञानिक सत्र में प्रस्तुत एक अध्ययन ने यह खुलासा किया कि यदि आप हर दिन 10.6 घंटे से ज्यादा समय तक बैठते हैं, लेटते हैं या आराम करते हैं, तो यह दिल की विफलता और हृदय रोग से मौत के खतरे को बढ़ा सकता है। यहां तक कि उन लोगों के लिए भी जो नियमित रूप से व्यायाम करते हैं।
इस अध्ययन में मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने यूके बायो बैंक के 89,530 प्रतिभागियों के डेटा का विश्लेषण किया। अध्ययन में शामिल लोगों के दैनिक गतिविधियों को ट्रैक किया गया, जिसके बाद यह पता चला कि लोग किस समय तक बैठने, लेटने या आराम करने की स्थिति में थे। इसके अलावा, यह भी ट्रैक किया गया कि कितने लोग उच्च शारीरिक गतिविधि में लगे थे। अध्ययन में यह भी देखा गया कि अधिकतम 150 मिनट की शारीरिक गतिविधि हर सप्ताह दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होती है।
आठ साल तक किए गए इस अनुसंधान के बाद, यह स्पष्ट हुआ कि जो लोग हर दिन 10.6 घंटे या उससे अधिक समय तक बैठते हैं, लेटते हैं या आराम करते हैं, उनके दिल की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अध्ययन में यह पाया गया कि जिन लोगों ने 10.6 घंटे या उससे ज्यादा समय तक बैठने की आदत डाली थी, उन्हें दिल का दौरा और हृदय रोग से मौत का खतरा 40 अधिक था। इन लोगों को 54 अधिक हृदय संबंधी मृत्यु का खतरा था।
अध्ययन के सह-लेखक और कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. शान खुर्शीद बताते हैं कि हमारे निष्कर्ष यह दर्शाते हैं कि अगर आप हर दिन 10.6 घंटे से अधिक समय तक बैठे रहते हैं, तो यह दिल के लिए खतरनाक हो सकता है, चाहें आप शारीरिक रूप से सक्रिय क्यों न हों। अध्ययन में यह भी बताया गया कि जिन लोगों ने शारीरिक गतिविधि में हिस्सा लिया था, उनके लिए लंबे समय तक बैठने के नकारात्मक प्रभाव कुछ हद तक कम हो गए थे, लेकिन फिर भी जो लोग 10.6 घंटे से अधिक बैठते थे, उनका हृदय रोग और हृदयाघात का खतरा बढ़ा हुआ था।
जिन लोगों ने सप्ताह में 150 मिनट से ज्यादा का शारीरिक श्रम किया, उन्हें भी हृदयाघात का खतरा 15 फीसदी अधिक था, और हृदय रोग से मरने का जोखिम 33 बढ़ गया था। बेहतर यही है कि हम अपने दिनचर्या में कुछ आसान बदलाव करके इस समस्या से बच सकते हैं। अगर आप हर दिन अपने बैठने के समय को थोड़ा कम करें, तो आप अपने दिल का ख्याल रख सकते हैं।