जिला स्वास्थ्य समिति में जनपद के स्वास्थ्य सेवाओं की हुई समीक्षा
संतकबीरनगर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक जिलाधिकारी भूपेन्द्र एस चौधरी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। इसमें जिले की स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा की गयी है। जिले में जीरों प्रसव कराने वाली 16 आशाओं को नोटिस जारी किया गया है। समीक्षा में 400 आशायें निष्क्रिय पाई गयी थी जिनकी काउन्सलिंग की गयी। इससे 232 आशायें सक्रिय हुयी और स्वास्थ्य योजनाओं को लागू कर रही है। शेष 168 को भी सक्रिय किया जा रहा है। बैठक का संचालन जिला प्रोग्राम अधिकारी ने किया। सी0एम0ओ0ं डा0 अभय चन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि अन्द्यता निवारण कार्यक्रम के तहत चश्मा वितरण हेतु आदेश जारी हो गया है। अब लाभार्थियों को चश्मा मिलेगा। अन्टाइंड फन्ड की दूसरी किश्त तीस हजार रू0 आबादी के अनुसार सी0एच0सी0 को अवमुक्त कर दिया गया है। जिले में राष्ट्रीय शासी स्वास्थ्य समन्वय समिति का गठन किया जायेगा जो मलिन बस्तियों एवं अन्य बस्तिायों में जाकर स्वास्थ्य सेवाओं का अनुश्रवण करेगी तथा स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति से समन्वय करेगी। नियमित टीकाकरण की स्थिति पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त किया है।
उन्होंने खलीलाबाद, नाथनगर, हैंसर तथा सेमरियांवा को जिले की उपलब्धि 65 प्रतिशत तक कराने का निर्देश दिया है। बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत चिकित्सक दल नियमित रूप से प्राइमरी स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण करती है। चिकित्सक दल द्वारा दी गयी सूचना के अनुसार पंजीकृत संख्या के सापेक्ष कम उपस्थिति मिल रही है। जिलाधिकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि वे छात्र छात्राओं की उपस्थिति सुनिश्चित करायें। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि रेफर बच्चों का समुचित इलाज करायें। बैठक में एम्बुलेंस 182 एवं 102 की क्रियाशीलता की समीक्षा की जाये। समीक्षा में पाया गया कि वाहन चालक भी मरीज की इन्ट्री कर दे रहे है जबकि इसमें चिकित्साधिकारी को इन्ट्री करना चाहिए। उन्होनें रिसपान्स टाइम कम करने का निर्देश दिया है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हाकिम सिंह, सी0एम0एस0 डा0 पंकज टन्डन, सत्येन्द्र सिंह, शिव कुमार ओझा, तन्मय पाण्डेय, प्रभारी चिकित्साधिकारी गण उपस्थित रहें।