रूस ने गुरुवार को यूक्रेन में हाहाकार मचा दिया. रूस ने यूक्रेन के निप्रा शहर में आईसीबीएम से महाविनाश मचाया है. इस तरह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और उसके सहयोगी पश्चिमी देशों और नाटो को सीधी चुनौती दे दी. ऐसे में आइए जानते हैं कि ये आईसीबीएम क्या है और क्या भारत के पास भी ये खतरनाक हथियार है.
रूस की ICBM मिसाइलें
रूसी मिसाइल RS-26 रुबेज हो या फिर सरमट मिसाइल… ये वो नाम हैं, जिसे सुनते ही सुपरपावर अमेरिका भी खौफजदा हो जाता है. इन इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों का जिक्र होते ही NATO देशों में दहशत पसर जाती है. परमाणु वॉरहेड से लैस ये ICBM चंद मिनटों में किसी देश को घुटनों पर ला सकती हैं. अमेरिका तक की हालत खराब कर सकती हैं.
क्या है ICBM
इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल यानी ICBM सतह-से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें होती हैं. इनकी रेंज एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक होती है. इनकी रेंज 5,500 किलोमीटर से अधिक होती है. ये करीब 24,500 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हमला करती है. दुनिया में इस वक्त किसी भी मिसाइल डिफेंस सिस्टम में इन्हें रोकने की क्षमता नहीं है.
किन देशों के पास ICBM
अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, भारत, ब्रिटेन, इजराइल और उत्तर कोरिया के पास ICBM मिसाइलों का जखीरा है. अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल यानी ICBM को आमतौर पर परमाणु हमले के लिए डिजाइन किया जाता है. रासायनिक और जैविक हथियारों को भी इसमें लोड किया जा सकता है. एक ICBM कई वारहेड ले जाने में सक्षम होती है और कई अलग-अलग टारगेट को निशाना बना सकती हैं.