बलूचिस्तान और केपी में सुरक्षा बलों, अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमलों की संख्या में खासी बढ़ोतरी देखी गई।
अशांत बन्नू जिले में हाल ही में उग्रवादी हिंसा में इजाफा हुआ है, जिसमें पुलिसकर्मियों का अपहरण, लड़कियों के स्कूल पर हमला और शूटआउट शामिल है जिसमें तीन सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए।
डॉन.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि 19 नवंबर (मंगलवार) को, “आतंकियों ने बन्नू जिले के मालीखेल क्षेत्र में एक संयुक्त चेक पोस्ट पर हमला करने का प्रयास किया।”
आईएसपीआर, पाकिस्तानी सशस्त्र बलों की मीडिया और पब्लिक रिलेशन विंग है।
आईएसपीआर ने कहा कि हमले को प्रभावी ढंग से नाकाम कर दिया गया, लेकिन एक आत्मघाती विस्फोट के कारण चेकपोस्ट की दीवार और आस-पास का बुनियादी ढांचा ढह गया। इसके परिणामस्वरूप 10 सैनिक और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी के दो जवान शहीद हो गए।
आईएसपीआर ने कहा, इसके बाद हुई गोलीबारी में छह आतंकियों को जहन्नुम भेजा गया।
आईएसपीआर ने कहा, चौकी में घुसने की कोशिश को हमारे अपने सैनिकों ने प्रभावी रूप से विफल कर दिया, जिसके कारण आतंकियों को विस्फोटकों से लदे वाहन को चौकी की दीवार से टकराना पड़ा।
आईएसपीआर के अनुसार सेना ने कसम खाई है कि इस जघन्य कृत्य के अपराधियों को इंसाफ के कटघरे में लाया जाएगा।
बयान में कहा गया, पाकिस्तान के सुरक्षा बल और कानून प्रवर्तन एजेंसियां आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए दृढ़ हैं और हमारे बहादुर जवानों के ऐसे बलिदान हमारे संकल्प को और मजबूत करते हैं।