राज्य में एक मतदान केंद्र ऐसा है, जहां शत-प्रतिशत मतदाताओं ने दोपहर 12 बजे तक अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यह मतदान केंद्र जामताड़ा विधानसभा सीट अंतर्गत हांसीपहाड़ी स्नेहपुर में कुष्ठ पीड़ित मतदाताओं के लिए बनाया गया था। निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस मतदान केंद्र की मतदाता सूची में कुल 57 वोटर पंजीकृत हैं और सभी ने उत्साह के साथ मताधिकार का इस्तेमाल किया। इन मतदाताओं की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए मतदान केंद्र में रैंप, व्हील चेयर, पेयजल, बिजली सहित अन्य मूलभूत संसाधन उपलब्ध कराए गए थे।
निर्वाचन आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, संथाल परगना प्रमंडल की महेशपुर विधानसभा सीट पर दिन के एक बजे तक 58.77 प्रतिशत वोटरों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। सबसे अधिक मतदान वाली सीटों में रांची जिले की सिल्ली (56.50), जामताड़ा जिले की नाला (55.96), देवघर जिले की सारठ (53.55) और संथाल परगना की शिकारीपाड़ा सीट (34.71) शामिल हैं। इस वक्त तक सबसे कम मतदान धनबाद शहरी सीट पर है, जहां 33.96 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले हैं। इसी तरह बोकारो की शहरी सीट पर 34.51 प्रतिशत वोटरों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है।
मतदान के दौरान धनबाद जिले के बाघमारा विधानसभा कतरास कॉलेज परिसर में भाजपा प्रत्याशी शत्रुघ्न महतो और निर्दलीय प्रत्याशी रोहित यादव के समर्थकों के बीच मारपीट की घटना हुई है। इस दौरान कुर्सी-टेबल तोड़ दिया गया। चुनाव के दौरान ड्यूटी में पक्षपात के आरोप में झारखंड में दो पोलिंग अफसरों के खिलाफ एक्शन हुआ है। इनमें पहला देवघर के पीठासीन अधिकारी हैं, जिन्हे ड्यूटी से हटा दिया गया है। इन्हें वोट कास्टिंग कंपार्टमेंट के निकट पाया गया। वहीं दूसरे मधुपुर के पीठासीन अधिकारी हैं जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन्हें हिरासत में लिया गया है। इनके खिलाफ झामुमो प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कराने की शिकायत मिली थी। बरहेट प्रखंड के झीमौली में मतदान केंद्र संख्या 98 के मतदान के लिए खड़ी महिला 57 वर्षीय महिला सूरज टुडू (पति मंडल मरांडी) की मौत हो गई।
रांची जिले की खिजरी विधानसभा सीट के सिरका मेढ़ेटुंगरी गांव स्थित बूथ के ग्रामीणों ने ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ के नारे के साथ मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया था। दिन दस बजे तक जब यहां मतदाता नहीं पहुंचे तो बीडीओ और अन्य अफसरों ने उन्हें घर-घर जाकर मनाया। इसके बाद कई लोगों ने वोट डाले।
इस चरण में 12 जिलों की 38 सीटों पर कुल मिलाकर 14 हजार 219 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जा रहे हैं। इनमें 31 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां शाम चार बजे तक ही मतदान होगा। अन्य सीटों पर शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे।
मतदान केंद्रों और पोलिंग पार्टियों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 585 कंपनी, जैप (झारखंड आर्म्ड फोर्स) की 60 कंपनी के अलावा जिला बल और होमगार्ड के 30 हजार जवानों को तैनात किया गया है।
इस चरण में कुल 528 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनकी किस्मत तय करने की जिम्मेदारी कुल 1 करोड़ 23 लाख 58 हजार 195 मतदाताओं पर है।