महाकुंभ में इस बार भारत की ओर से विदेशी मेहमानों के लिए खास इंतजाम भी किए जा रहे हैं. विदेशी सेना भी इस महाकुंभ में गंगा आरती में शामिल होगी.
इस बार महाकुंभ में भारत की ओर बढ़ रही वैश्विक रुचि देखने को मिलेगी. इतिहास में पहली बार, इजरायल, अमेरिका, फ्रांस, वियतनाम, इटली, कनाडा और म्यांमार जैसे ताकतवर देशों की सेनाओं के प्रतिनिधि इस आयोजन में भाग लेंगे. इस अनोखे अवसर पर इन देशों के प्रमुख सैन्य अधिकारी, भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भारत की पवित्र गंगा आरती में हिस्सा लेंगे. महाकुंभ मेला हर 12 सालों में लगता है. विश्व भर के पर्यटक और श्रद्धालु इसे देखने आते हैं और इस दौरान होने वाली गंगा आरती का हिस्सा बनते हैं. इस वर्ष के आयोजन में वैश्विक सैन्य प्रतिनिधियों का शामिल होना भारत की सांस्कृतिक विरासत के प्रति अंतरराष्ट्रीय रुचि को दर्शाता है. यह आयोजन न केवल भारतीय संस्कृति का प्रदर्शन होगा, बल्कि भारत की सैन्य और कूटनीतिक ताकत को भी प्रदर्शित करेगा.