सीएम योगी ने वाराणसी में विकास कार्याें का स्थलीय निरीक्षण किया
लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिवसीय जनपद वाराणसी के भ्रमण कार्यक्रम के दौरान सोमवार को वहां सर्किट हाउस में आहूत एक बैठक में आगामी वर्ष जनवरी में होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने हेतु कई देशों से अतिथियों का आगमन होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम में कोई कोताही न होने पाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्त व्यवस्थाएं विश्वस्तरीय होनी चाहिये। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में आने वाले मेहमान नई अनुभूति के साथ अपने देश वापस लौटें और लम्बी अवधि तक काशी का आतिथ्य याद रखें। उन्होंने शहर की यातायात व्यवस्था में शीघ्र सुधार के साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम सुनिश्चित कराये जाने पर भी विशेष जोर दिया। बैठक में सूचना राज्य मंत्री डाॅ0 नीलकंठ तिवारी के अलावा एडीजी पी0वी0 रामा शास्त्री, मण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल, आई0जी0 विजय सिंह मीणा, जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष वाराणसी विकास प्राधिकरण राजेश कुमार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनन्द कुलकर्णी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात लगभग 2 बजे तक सूचना राज्य मंत्री डाॅ0 नीलकंठ तिवारी एवं अधिकारियों के साथ वाराणसी में विकास कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को काम को समय सीमा से पहले खत्म करने के निर्देश दिए। रामनगर बन्दरगाह पर निरीक्षण के दौरान मोके पर मौजूद पत्र-प्रतिनिधियों से अनौपचारिक वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामनगर बन्दरगाह से प्रतिमाह लगभग एक लाख टन माल की ढुलाई काशी से हल्दिया तक हो सकेगी। इससे माल भाड़े में कमी आएगी और सामान भी सस्ते होंगे। यहां से व्यापारी और किसान कोलकाता के रास्ते अपने सामान राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में भेज सकेंगे। निरीक्षण से पहले मुख्यमंत्री जी ने रविवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ विकास कार्यो एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की।