ओपी राजभर ने आईएएनएस से बात करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने 70 सालों तक अंग्रेजों के फूट डालो और राज करो के रास्ते पर चलकर देश को कमजोर किया है। वे साधु-संतों पर टिप्पणी करने का अधिकार खो चुके हैं। भारत को एकजुट रखने में साधु-संतों का बहुत बड़ा योगदान रहा है और गेरुआ वस्त्र त्याग और बलिदान का प्रतीक है। सीएम योगी ने इसी संन्यास की भावना के साथ प्रदेश की सेवा का संकल्प लिया है।
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में आज उत्तर प्रदेश, उत्तम प्रदेश बनकर उभरा है। बिना किसी भेदभाव के समाज के हर तबके को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। योगी एक सच्चे संत हैं। उन्होंने कभी भी सत्ता के प्रलोभन में फंसकर उसका दुरुपयोग नहीं किया है। वह समाज के सभी वर्गों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका संदेश है कि बंटोगे तो कटोगे, यानी विभाजन से सिर्फ नुकसान ही होगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा जाति, मजहब के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेकी हैं। सीएम योगी को लेकर की गई टिप्पणी अशोभनीय है, जिसकी जितनी निंदा की जाए, वो कम है। खड़गे को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए और उनको इतिहास पढ़ना चाहिए। योगी के राज में एक भी दंगे नहीं हुए। कांग्रेस, बसपा और सपा के शासनकाल में अपराधी खुले सांड की तरह घूमते थे।
सीएम योगी के बंटोगे तो कटोगे बयान को लेकर खड़गे की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि सपा के शासनकाल में 815 दंगे, बसपा के समय 600 दंगे और दोनों का रिकॉर्ड कांग्रेस ने तोड़ा है। दंगे में लोग कटते थे और आपस में लड़कर जन की हानि होती थी। इसी को लेकर योगी ने कहा कि बंटोगे तो कटोगे, सभी मिलकर रहेंगे तो अमन शांति और भाईचारा रहेगा।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए ओपी राजभर ने कहा कि उन्होंने पीडीए के जरिए परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी बनाई है और परिवार को जोड़ने की बात कर रहे हैं।