भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच वनडे सीरीज़ का चौथा मैच मुंबई के क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया (सीसीई) मैदान पर अब से बस कुछ ही देर में खेला जाएगा। पांच मैचों की ये वनडे सीरीज़ फिलहाल एक-एक की बराबरी पर है। जिस तरह से तीसरे मैच में विंडीज़ ने भारत को मात देकर सीरीज़ में वापसी की है। उसे देखते हुए इस मुकाबले के लिए भारतीय टीम में एक बदलाव हो सकता है।
टीम इंडिया में हो सकता है एक बदलाव
चौथे वनडे मैच में टीम इंडिया की नज़र सीरीज़ में फिर से बढ़त लेने पर होगी। पिछले मुकाबले में टीम इंडिया की बल्लेबाज़ों ने निराश किया था इसे देखते हुए भारतीय टीम एक बदलाव कर सकती है। खलील अहमद की जगह केदार जाधव को टीम में शामिल किया जा सकता है। केदार के आने से टीम इंडिया की बल्लेबाज़ी तो मजबूत होगी ही। इसके साथ ही साथ विराट कोहली को एक अतिरिक्त स्पिन गेंदबाज़ का विकल्प भी मिल जाएगा, क्योंकि इस सीरीज़ में वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज़ों के सामने कुलदीप और चहल कुछ खास नहीं कर पा रहे है। कैरेबियाई बल्लेबाज़ इन दोनों गेंदबाज़ों पर लगातार रन बना रहे हैं।
कैरिबियाई टीम नहीं कम
वेस्टइंडीज की टीम को पूरा श्रेय दिया जाना चाहिए जो टेस्ट श्रृंखला में लचर प्रदर्शन के बाद वापसी करने में सफल रही और मेजबान टीम को एकदिवसीय प्रारूप में कड़ी टक्कर दे रही है।
मिडिल आर्डर को भी देना होगा योगदान
मध्यक्रम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी और महेंद्र सिंह धौनी की बल्ले से खराब फार्म का खामियाजा भी भारत को भुगतना पड़ रहा है। भारत को इंग्लैंड में अगले साल होने वाले एकदिवसीय विश्व कप से पूर्व सिर्फ 15 वनडे मैच और खेलने हैं और ऐसे में यह सिर्फ सोमवार को होने वाली मैच की समस्या नहीं है।
टी-20 टीम से बाहर किए जाने के बाद धौनी के पास अब फार्म में लौटने के लिए सीमित मौके बचे हैं। पुणे में अंबाती रायुडू (22) लय में आने में सफल रहे थे लेकिन दायें हाथ के इस बल्लेबाज को अगर चौथे नंबर पर अपनी जगह पक्की करनी है तो लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। पिछले मैच में धौनी से ऊपर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले रिषभ पंत ने आक्रामक रुख दिखाया लेकिन अपनी पदार्पण एकदिवसीय श्रृंखला में उपयोगी पारी का उन्हें इंतजार है।
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और रोहित शर्मा लगातार दो मैचों में विफल रहे हैं और टीम को उनसे बड़ी साझेदारी की उम्मीद है। मेजबान टीम के लिए हालांकि सबसे सकारात्मक पक्ष कप्तान कोहली की फॉर्म है जिन्होंने पुणे में तीसरे वनडे में लगातार तीसरा शतक जड़ा और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने। प्रशंसकों को कोहली से एक और शतक की उम्मीद होगी लेकिन कप्तान चाहेंगे कि उनकी टीम पिछले दो मैचों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करे।
गेंदबाजी की बात करें तो जसप्रीत बुमराह ने वापसी करते हुए शनिवार को तीसरे वनडे में चार विकेट चटकाए। भुवनेश्वर कुमार ने डेथ ओवरों में काफी रन लुटाए लेकिन उनके वापसी करने की उम्मीद है। विरोधी टीम के बल्लेबाजों को रोकने में दोनों स्पिनरों युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की भूमिका अहम होगी।
वेस्टइंडीज की सबसे बड़ी उम्मीद विकेटकीपर बल्लेबाज शाई होप हैं जिन्होंने विशाखापत्तनम में 123 और पुणे में 95 रन की दो अहम पारियां खेली। टीम को उनसे एक और बड़ी पारी की उम्मीद होगी और शिमरोन हेटमायेर से भी जो तीसरे मैच में अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे। पुणे मैच से पहले बायें हाथ के बल्लेबाज हेटमायेर ने 106 और 94 रन की पारियां खेली थी।
टीम को इसके अलावा कीरोन पावेल, चंद्रपाल हेमराज और रोवमैन पावेल जैसे खिलाड़ियों से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।अनुभवी मार्लन सैमुअल्स ने तीसरे वनडे में गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया और तीन विकेट चटकाए लेकिन उनका बल्ला अब तक खामोश रहा है। कप्तान जेसन होल्डर भी अपना योगदान देना चाहेंगे। पुणे में अच्छे प्रदर्शन के बाद तेज गेंदबाज ओबेद मैकाय और आफ स्पिनर एश्ले नर्स का आत्मविश्वास बढ़ा होगा और वह अपनी टीम को अजेय बढ़त दिलाना चाहेंगे।
इस मैच के साथ सीसीआइ में लंबे समय बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी। इस मैदान ने अपने पिछले टेस्ट की मेजबानी 2009 और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी 2006 में की थी।
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत:
विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबाती रायुडू, रिषभ पंत, महेंद्र सिंह धौनी, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, खलील अहमद, उमेश यादव, लोकेश राहुल, मनीष पांडे और केदार जाधव।
वेस्टइंडीज:
जेसन होल्डर (कप्तान), फाबियान एलेन, सुनील अंबरीश, देवेंद्र बिशू, चंद्रपाल हेमराज, शिमरोन हेटमायेर, शाई होप, अल्जारी जोसेफ, एविन लुईस, एश्ले नर्स, कीमो पाल, रोवमैन पावेल, केमार रोच और मार्लन सैमुअल्स।