चिराग ने किर्गिस्तान के अब्दिमलिक काराचोव को रोमांचक फाइनल मुकाबले में 4-3 के अंतर से हराया। इस तरह यह युवा पहलवान पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता अमन सहरावत के बाद मात्र दूसरा पहलवान है, जिसने अंडर-23 चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है।
पहले राउंड में जापान के गटुको ओजावा को 6-1 से हराने के बाद, उन्होंने रूस के इयुनस इवाबतिरोव पर 12-2 से जीत के साथ अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दबदबा बनाया।
सेमीफाइनल में चिराग ने कजाकिस्तान के एलन ओरलबेक के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की की जहां उन्होंने कराचोव को हराया।
चिराग, अमन सेहरावत के नक्शेकदम पर चल रहे हैं, जिन्होंने पिछले साल 57 किग्रा वर्ग में भारत के लिए अंडर-23 कुश्ती में पहला स्वर्ण पदक जीता था। जबकि रितिका हुड्डा ने महिलाओं के 76 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।
पुरुषों की फ्रीस्टाइल में सुजीत कलकल ने 70 किग्रा वर्ग में ताजिकिस्तान के मुस्तफो अखमेदोव पर 13-4 से जीत दर्ज करके कांस्य पदक जीता। विक्की चाहर ने 97 किग्रा वर्ग में यूक्रेन के पूर्व अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप रजत पदक विजेता इवान प्रिमेचेंको को 7-2 से हराकर कांस्य पदक जीता।
अभिषेक के 61 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक ने शनिवार को भारत के पदकों की गिनती शुरू की, जिससे पुरुष फ्रीस्टाइल कुश्ती दल के लिए मजबूत स्थिति बन गई। इसके बाद भारत ने चार पदक अर्जित किए और ईरान, जापान, अजरबैजान के बाद अपने वर्ग में चौथे स्थान पर रहा।
भारत की महिला फ्रीस्टाइल टीम पांचवें स्थान पर रही, जिसमें अंजली ने 59 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता, साथ ही उनकी टीम के तीन अन्य खिलाड़ियों ने भी कांस्य पदक जीते।
ग्रीको-रोमन वर्ग में, विश्वजीत रामचंद्र मोरे भारत के एकमात्र पदक विजेता रहे, जिन्होंने 55 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता। अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद, ग्रीको-रोमन टीम कुल मिलाकर 12वें स्थान पर रही।
भारत ने चैंपियनशिप में कुल 9 पदक जीते (जिसमें- 1 स्वर्ण, 1 रजत और 7 कांस्य) शामिल है।