अमृतसर में दशहरा पर हुए रेल हादसे को अभी एक महीना भी नहीं बीता कि एक बार फिर से लोगों की सुरक्षा ताक पर रख दी गई. इस बार लुधियाना में कांग्रेस ने अपना एक कार्यक्रम रेल ट्रैक के पास आयोजित किया. इसके चलते आसपास के लोग रेल लाइन पर आते-जाते रहे. इस कार्यक्रम को आयोजत करने के साथ लोगों की सुरक्षा को ताक पर रखा गया और सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए.
लुधियाना के धूरी लाइन स्थित कांग्रेस पार्टी की ओर से समागम का आयोजन किया गया. इसमें बतौर मुख्य अतिथि विधायक सुरेंद्र डावर पहुंचे. वहां उन्होंने कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई का प्रधान नियुक्त किया. हालांकि तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि वहां पर ट्रेनों का आना जाना लगा हुआ है लेकिन लोग वहां पर घूमते हुए साफ नजर आए.
वहीं रेलवे लाइन के नजदीक करवाए गए प्रोग्राम संबंधी सवाल पर विधायक सुरेंद्र डावर ने कहा कि मुझे पता ही नहीं था कि रेलवे लाइन के नजदीक प्रोग्राम है. अगर पता होता तो इसकी इजाजत नहीं दी जाती. उन्होंने मामले में बचाव करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम रेलवे लाइन से काफी दूर आयोजित किया गया था. उन्होंने कहा इस संबंध में प्रशासन को पहले ही सूचित कर दिया गया था. उन्होंने टालमटोल करते हुए कहा कि आगे से लाइन के नजदीक प्रोग्राम नहीं किया जाएगा.
इस संबंधी वहां से गुजर रहे लोक इंसाफ पार्टी के नेता राजेश खोखर ने कहा कि अमृतसर हादसे के बाद सियासी पार्टियां एक दूसरे पर वार करती हैं लेकिन एक-दूसरे पर पलटवार करने की बजाय उनको यह सोचना चाहिए. यह दूसरों को कानून सिखाना और अभी उस कानून को फॉलो ना करना कहीं ना कहीं नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं. इस दौरान उन्होंने सरकार पर भी कई आरोप लगाए.
वहीं अकाली दल के नेता गुरदीप सिंह गोशा ने मौजूदा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार एक-दूसरे पर शब्दवार कर रोटियां सेंकती है. लेकिन आज उन्हीं नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इस दौरान उन्होंने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की और कहा कि प्रशासन किसी को भी रेलवे लाइन के नजदीक समागम करवाने की मंजूरी नहीं देता. उन्होंने कहा कि अगर डावर का प्रोग्राम था तो कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं जीआरपी पुलिस ने भी मामले से पल्ला झाड़ते हुए रेलवे की भूमि से बाहर कार्यक्रम होने की बात का हवाला दिया.