संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) द्वारा बनाए गए एक मानवीय काफिले ने शुक्रवार को नबातिह गवर्नरेट में जरूरी सहायता सामग्री पहुंचाई, जिसमें तैयार खाने, साफ-सफाई के सामान और सौर लैंप शामिल थे।
ओसीएचए के अनुसार, इस महीने अब तक, संयुक्त राष्ट्र ने लेबनान के दुर्गम क्षेत्रों में लोगों को आठ मानवीय काफिलों द्वारा सहायता भेजी है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया, इसके अलावा दक्षिण लेबनान में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने बमबारी से क्षतिग्रस्त जल सुविधाओं की आपातकालीन मरम्मत का समर्थन करने के लिए आवश्यक आपूर्ति प्रदान की है, जिससे 3,60,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पोलियो, खसरा, रूबेला आदि जैसी बीमारियों के खिलाफ विस्थापित बच्चों के टीकाकरण में लेबनानी स्वास्थ्य अधिकारियों को अपना सपोर्ट दिया।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने पूरे देश में सेवाएं देना जारी रखा।
हालांकि यूएनएफपीए ने बताया कि सुरक्षा स्थिति खराब होने के कारण, एजेंसी द्वारा समर्थित कुछ साइटें अब चालू नहीं हैं। इसमें 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से छह, इसी तरह नौ मोबाइल यूनिट्स में से एक यूनिट और महिलाओं और लड़कियों के लिए 17 सुरक्षित स्थानों में से पांच शामिल हैं।
अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन (माइग्रेशन) संगठन के अनुसार, लेबनान के अंदर 8,33,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। बुधवार तक, विस्थापितों में से लगभग 1,92,000 लगभग 1,100 शेल्टर में रह रहे थे, जिनमें से 84 प्रतिशत पूरी क्षमता पर थे।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने पिछले अक्टूबर से लेबनान में विस्थापित हुए 53,400 से अधिक शरणार्थियों की पहचान की है, जिनमें से 80 प्रतिशत से अधिक को पिछले महीने ही भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है, जिसमें अधिकांश सीरियाई शरणार्थी हैं।
सीरियाई अरब रेड क्रिसेंट के अनुमानों के आधार पर, सितंबर से लगभग 4,40,000 लोग लेबनान से सीरिया में भाग गए हैं।