प्रशासन का इस महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के पहुंचने का अनुमान है। कुंभ नगरी का चप्पा-चप्पा इस आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की चहल-पहल से गुलजार रहेगा। ऐसे में कुंभ क्षेत्र में पहुंचने वाले सभी मार्गों पर स्वच्छता और सुव्यवस्था कायम रहे, इसके लिए नगर निगम की तरफ से विशेष व्यवस्था की जा रही है।
इसी क्रम में कुंभ क्षेत्र को जीरो एनिमल जोन बनाने का निर्णय लिया गया है। पूरे मेला क्षेत्र से सभी पशुओं को दूर रखने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो। महाकुंभ क्षेत्र में पहली बार जीरो एनिमल जोन बनाया जा रहा है।
नगर निगम प्रयागराज के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी विजय अमृत राज का कहना है कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान संपूर्ण कुंभ क्षेत्र एनिमल एक्टिविटी फ्री जोन रहेगा। इसके अंतर्गत संगम क्षेत्र के साथ साथ नैनी, झूंसी और सिविल लाइंस के क्षेत्र भी शामिल किए गए हैं। इसके अंतर्गत इन क्षेत्रों में बड़े और छोटे सभी एनिमल्स की एक्टिविटी पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। उन्होंने बताया कि अभी से बड़े एनिमल्स को कुंभ क्षेत्र से बाहर करने के लिए निगम की तरफ से अभियान चलाया जा रहा है। पशुपालकों को स्पष्ट निर्देश भी दे दिया गया है कि इस अवधि में कोई भी पशु सड़कों में बाहर नहीं छोड़ा जाना चाहिए।
इस अभियान के अंतर्गत स्माल एनिमल्स जिसमे डॉग और कैट्स शामिल हैं, के लिए 5 शेड्स का निर्माण किया जा रहा है। परेड ग्राउंड में दो, नैनी, झूंसी और फाफामऊ में एक-एक स्मॉल एनिमल्स शेड बनाया जाएगा, इसके लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। इन शेड्स के अंदर ही स्मॉल एनिमल्स को रखा जाएगा। यहीं उनके खाने पीने का इंतजाम किया जाएगा। कुंभ क्षेत्र ही नहीं, कुंभ क्षेत्र को जोड़ने वाले शहर के सभी प्रमुख मार्गों को बड़े पशुओं की एक्टिविटी से मुक्त रखा जाएगा।
मिर्जापुर मार्ग, रीवा रोड, लखनऊ मार्ग, कानपुर रोड और चित्रकूट मार्ग पर यह व्यवस्था की जा रही है। दारागंज से फाफामऊ तक बन रहे रिवर फ्रंट के आसपास के सभी इलाकों में चल रही डेयरी के मालिकों को भी कह दिया गया है कि वह यहां से पशुओं को हटा लें या शहर के बाहर ले जाएं अन्यथा सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें। रिवर फ्रंट के आसपास पांच डेयरियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें क्षेत्र से बाहर किया गया है।
जीरो एनिमल जोन प्लान को धरातल पर उतारने के लिए पशुधन विभाग ने 12 टीमों का गठन किया है। नगर निगम के पशुधन अधिकारी के मुताबिक बड़े एनिमल्स को इस जोन से बाहर करने के लिए 7 टीमें बनाई गई हैं। हर टीम में चार सदस्य होंगे। इसके अलावा स्मॉल एनिमल्स के लिए 5 टीमों का गठन किया गया है, जो निगम की तरफ से बनाए गए एनिमल शेड्स में तैनात रहेंगी। आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त टीमों का गठन भी किया जाएगा। जनवरी 2025 से 31 मार्च 2025 तक यह व्यवस्था लागू रहेगी।