पहले भी ताबड़तोड़ हमला कर चुका है इस्राइल
गाजा के अधिकारियों का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं है कि इस्राइल ने किसी स्कूल को निशाना बनाया है. कहा जा रहा है कि स्कूल में हजारों विस्थापित परिवार रहता था. अस्थाई शिविरों और शेल्टर होम्स पर इस्राइल इससे पहले भी कार्रवाई कर चुका है. हमलों में अक्सर महिलाएं और बच्चे मारे जाते हैं.
इस्राइली सेना का कहना है कि फलस्तीन ने बिना सबूतों के 17 हजार से अधिक लड़ाकों को मार दिया है. गाजा के कई इलाकों को मलबे में बदल दिया गया है. सैकड़ों लोग इसी वजह से टेंट के कैंप में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं. इस्राइल गाजा की 70 फीसदी इमारतों को ध्वस्त चुका है.
युद्ध में अब तक 42 हजार से अधिक लोगों की मौत
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस्राइल के हमले में 42 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. इनमें से 16 हजार से अधिक मृतक को बच्चे हैं. गाजा के करीब एक लाख लोग इस्राइल के हमले से घायल हो गए हैं. 10 हजार से अधिक लोग लापता हो गए हैं. इस्राइल में अब तक 1,139 लोगों की मौत हो गई है. गाजा में 98 हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं.
2 लाख से अधिक फलस्तीनी बेरोजगा, 20 लाख बेघर
हमास के हमले का खामियाजा अब फल्सतीन को भुगतना पड़ रहा है. गाजा की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंची है. जीडीपी 81 प्रतिशत तक गिर गई है. 2.01 लाख फलस्तीनी बेरोजगार हैं. 20 लाख लोग बेघर हो गए हैं. 85 हजार मजदूरों की नौकरी युद्ध के कारण छूट गई है.