स्काईमेट के अनुसार दिल्ली में सर्दी धीरे-धीरे अपना आगाज कर रही है. समय से पहले सर्दी की आहट हो चुकी है. दिवाली तक सुबह और शाम के समय लोगों को गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस हो सकती है.
देश भर में धीरे-धीरे गर्मी विदा हो रही है और सर्दी का आगमन हो रहा है. पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ने लगी है. ऐसे में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में रातें पहले से ही ठंडी होने लगी है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में देश के अधिकांश हिस्सों में ठंड का असर बढ़ने लगेगा. मौसम विभाग के अनुसार आज यानी कि 20 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक दिल्ली का अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 से 19 डिग्री के आसपास बना रहेगा.
दिल्ली में सर्दी का आगाज
इस दौरान आसमान साफ रहेगा. स्काईमेट के अनुसार दिल्ली में सर्दी धीरे-धीरे अपना आगाज कर रही है. समय से पहले सर्दी की आहट हो चुकी है. दिवाली तक सुबह और शाम के समय लोगों को गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस हो सकती है. अक्टूबर के अगले सप्ताह से 10 दिनों में बारिश की संभावना दिल्ली में नहीं है. इसके अलावा आज उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मौसम साफ और शुष्क बना रहेगा. इन राज्यों में कोई भारी बारिश या फिर तूफान आने की संभावना नहीं जताई गई है. इस दौरान तापमान सामान्य रहेगा और पश्चिमी राजस्थान में अधिकतम तापमान 38 डिग्री तक पहुंच सकता है.
पर्वतीय क्षेत्रों में भी मौसम साफ बना रहने की उम्मीद
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में भी मौसम साफ बना रहने की उम्मीद जताई गई है. पंजाब और हरियाणा जैसे मैदानी इलाकों में भी मौसम साफ बना रहेगा जबकि न्यूनतम तापमान में मामूली सी गिरावट हो सकती है. वहीं अगले कुछ दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा. वहीं दक्षिण तट आंध्र प्रदेश और रायल सीमा इलाकों में आज भारी बारिश जारी रहेगी. भारी बारिश से रायल सीमा क्षेत्र और नेलोर प्रकाशम गुटूर पूर्वी गोदावरी और विशाखापटनम के तटीय जिलों में कुछ स्थानों पर सामान्य जनजीवन बारिश के चलते अस्तव्यस्त हो गया है.
समुद्र अशांत रहने से नुकसान
समुद्र में ऊंची लहरें उठी जिससे विशाखापटनम और डीबीआर अंबेडकर जिलों में तट के किनारे ऊंची लहरें उठी विशाखापट्टनम तट पर समुद्र की स्थिति खराब रही. ऊंची लहरों के कारण काकीनारा के उपारा में समुद्र अशांत रहा कुछ स्थानों पर घरों को नुकसान पहुंचा और पेड़ तथा बिजली के खंबे उखड़ गए.