नई दिल्ली। भारत-ऑस्ट्रेलिया टू-प्लस-टू सचिव स्तरीय वार्ता सोमवार को नई दिल्ली में हुई। इस दौरान दोनों पक्षों ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश सचिव विक्रम मिसरी और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने किया, जबकि ऑस्ट्रेलियाई पक्ष का नेतृत्व रक्षा विभाग के सचिव ग्रेग मोरियार्टी और विदेश मामले एवं व्यापार विभाग की सचिव जान एडम्स ने किया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘दोनों पक्षों के बीच राजनीतिक एवं रणनीतिक, रक्षा एवं सुरक्षा सहित रक्षा प्रौद्योगिकी और उद्योग सहयोग, व्यापार और निवेश, शिक्षा, साइबर तथा नई उभरती हुई प्रौद्योगिकियां, महत्वपूर्ण खनिज, नवीकरणीय ऊर्जा, अंतरिक्ष, आतंकवाद-रोधी और लोगों के बीच संबंधों जैसे कई मुद्दों पर चर्चा हुई।’’
सचिव स्तर की इस चौथी बैठक में दोनों पक्षों ने नवंबर 2023 में आयोजित पिछली टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता के बाद हुई प्रगति और 2025 में होने वाली अगली मंत्रिस्तरीय वार्ता की तैयारियों की समीक्षा भी की। बैठक ने दोनों पक्षों को उभरते क्षेत्रीय और वैश्विक परिदृश्यों के संदर्भ में द्विपक्षीय जुड़ाव की स्थिति की समीक्षा करने का अवसर प्रदान किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने क्वाड और जी20 सहित विभिन्न मंचों पर द्विपक्षीय सहयोग को निरंतर मजबूत करने का आह्वान किया और भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि, स्थिरता और प्रगति के अपने साझा उद्देश्य को प्राप्त करने के साथ-साथ भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।’’
इस वार्ता से इतर विदेश सचिवों और रक्षा सचिवों के बीच द्विपक्षीय बैठकें भी हुईं। वहीं दूसरी ओर सचिव एडम्स ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और सचिव मोरियार्टी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर बातचीत की।