मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड स्थित मंच पर भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों की संख्या घटकर अब सात रह गई है। हड़ताली डॉक्टरों में से एक अनुस्तुप मुखोपाध्याय को लगातार भूखे रहने के कारण तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बता दें कि पेट में तेज दर्द और मल में खून की शिकायत के बाद उन्हें भर्ती कराना पड़ा।
इस बीच रविवार को भी राज्य द्वारा संचालित विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के वरिष्ठ डॉक्टरों का सामूहिक इस्तीफा जारी रहा। नादिया जिले के कल्याणी स्थित कॉलेज ऑफ मेडिसिन और जेएनएम अस्पताल से जुड़े 77 वरिष्ठ डॉक्टरों ने संस्थान के रजिस्ट्रार को ईमेल के माध्यम से अपना सामूहिक इस्तीफा दिया।
ईमेल में वरिष्ठ डॉक्टरों ने दावा किया है कि इस मुद्दे पर हाल के घटनाक्रमों ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया है जिससे गलत उपचार की आशंका है, इस कारण उन्होंने सामूहिक इस्तीफा देने का मन बनाया।
पिछले कुछ दिनों में मेडिकल-अकादमिक बिरादरी के सदस्यों सहित 300 से अधिक वरिष्ठ डॉक्टरों ने विभिन्न राज्य संचालित मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है, जिसमें जेएनएम के डॉक्टर भी शामिल हैं।
इस बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार द्वारा आयोजित वार्षिक दुर्गा मूर्ति विसर्जन समारोह का बहिष्कार करने का आह्वान किया है, जो इस वर्ष 15 अक्टूबर को होने वाला है।
अधिकारी ने कहा, “इस वर्ष दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया था। लेकिन सामान्य उत्सव का माहौल गायब था। दुर्गा पूजा के दिनों में भी बलात्कार और हत्या के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसलिए मेरी लोगों से अपील है कि वे प्रशासन को संदेश देने के लिए इस वर्ष कार्निवल का बहिष्कार करें।
अधिकारी की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा कि कार्निवल का उद्देश्य दुर्गा पूजा पर पश्चिम बंगाल की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करना है।