लखनऊ : अन्नदाता अब ऊर्जादाता भी बनेगा। कृषि कुम्भ उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने उद्बोधन से देश व उत्तर प्रदेश के किसानों को प्रेरित करने का कार्य किया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प साकार होने लगा है जिससे किसान की आय दोगुनी हो रही है, किसान समृद्ध व खुशहाल हो रहा है। उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसान समृद्ध होकर राष्ट्र की उन्नति का इंजन बने उस दिशा में कृषि उत्पाद के समर्थन मूल्य को उत्पादन लागत का 1.5 गुना किया जाना, भूमि के गुणवत्तानुरूप फसल के लिए स्वायल हेल्थ कार्ड बनाया जाना, प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के अर्न्तगत सोलर पम्प तथा स्प्रिन्कलर सिंचाई पद्धतियों के माध्यम से सिंचित क्षेत्र बढ़ाना तथा डीजल व बिजली पर निर्भरता को कम करना, उत्तम बीज, खाद की उपलब्धता को सुनिश्चित करना, कृषि बीमा योजना के माध्यम से किसी भी प्रकार की आपदा से किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना, गन्ना, धान, दलहन, आलू, गन्ना की खरीद तथा किसानों के खाते में भुगतान सुनिश्चित करने के निर्णयों को योगी की सरकार ने अपने अब तक के कार्यकाल में पूरी तरह सुनिश्चित किया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि कृषि कुम्भ के लिए योगी जी की सरकार बधाई की पात्र है क्यांे कि कृषि कुम्भ के माध्यम से देश भर के कृषि विशेषज्ञों तथा वैज्ञानिकों का लाभ उ0प्र0 के किसानों को मिल सका, यह अपने आप में अभिनव व अद्भुत प्रयास है। हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि कृषि कुम्भ में जहां कृषि से संबन्धित नवोन्मेषी तकनीक, शोध व अनुभव का लाभ प्रदेश के किसानों को मिल रहा है, वहीं बागवानी, पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, मछली उत्पादन, कुक्कुट पालन, बकरी पालन से लेकर कृषि आधारित उद्योगों के लिए सस्ती से सस्ती सुलभ तकनीक व विशेषज्ञ जानकारियों को एक ही परिसर में उपलब्ध कराना व विभिन्न योजनाओं का जीवंत प्रस्तुतीकरण करना किसानों के हित में सरकार का अत्यन्त सराहनीय प्रयास है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि कृषि कुम्भ में जहां भारत के सभी कृषि शोध संस्थानों तथा कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ 14 सत्रों के माध्यम से विभिन्न विषयों पर प्रबोधन तथा कृषि समस्याओं पर संवाद, प्रश्न प्रति प्रश्न के माध्यम से समाधान दे रहे है, वहीं इजरायल तथा जापान की उन्नत कृषि तकनीकि का लाभ भी हमारे प्रदेश व देश के किसानों को प्राप्त होगा यह भी इजरायल व जापान के साथ प्रदेश के आपसी तकनीक व विशेषज्ञता के आदान-प्रदान समझौते से संभव हुआ है।