इस्राइल और हमास के बीच जारी युद्ध को एक साल हो गया है. हमास के हमले का खामियाजा अब फलस्तीनियों और गाजा पट्टी को भुगतना पड़ रहा है. गाजा पूरी तरह बर्बाद हो गया है. आइये जानते हैं, साल भर में कितना बदल गया गाजा.
हमास ने एक साल पहले आज के ही दिन पांच हजार मिसाइलों से इस्राइल पर ताबड़तोड़ हमला किया था. आतंकवादी समूह हमास के हमले में इस्राइल के 1200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. इसके अलावा, हमास के लड़ाकों ने 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था और अपने साथ गाजा उठा ले गए थे. हमले के बाद सैकड़ों आतंकी इस्राइल में घुस गए थे. उन्होंने लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं. खास बात है कि हमले वाले दिन इस्राइल में सुकोट नाम का धार्मिक उत्सव मनाया जा रहा था. हमास ने इस हमले को Flood of Al-Aqsa नाम दिया था.
इस्राइली प्रधानमंत्री ने हमास को बर्बाद करने की खाई कसम
हमास के हमले को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आतंकी हमला करार दिया. उन्होंने उस दिन कसम खाई कि जब तक इस्राइल हमास को जड़ से खत्म नहीं कर देता, तब तक इस्राइल यह युद्ध खत्म नहीं करेगा. इस्राइल ने ऑपरेशन स्वोर्ड्स ऑफ आयरन शुरू किया. इस्राइल ने गाजा की घेराबंदी कर दी. उसने गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से में रहने वाले करीब 15 लाख लोगों को घर खाली करने का आदेश दे दिया. गाजा के लोग अब पानी, खाना और अन्य मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं.
इस्राइल ने सिर्फ गाजा की 70 फीसदी इमारतों को ध्वस्त कर दिया है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इस्राइली हमले में अब तक 42 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. 40 हजार में 16 हजार से अधिक तो महज बच्चे हैं. इस्राइल के हमले में अब तक 98 हजार से अधिक लोग घायल हैं. 10 हजार से अधिक लोग लापता है. गाजा में जहां 42 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है तो वहीं फलस्तीन में 1,139 लोगों की जान गई है. गाजा में 98 हजार लोग घायल हुए हैं तो इस्राइल के 8,730 लोग घायल हुए हैं. दोनों पक्षों के युद्ध में अब तक 125 पत्रकारों की भी मौत हुई है.
पूरी तरह बर्बाद हुई गाजा पट्टी
विदेशी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइली हमले में अब तक 80 फीसद कमर्शियल सुविधाएं ध्वस्त हो गईं हैं. 87 फीसद स्कूल बिल्डिंग खत्म हो गईं हैं. गाजा पट्टी की 1,44,000 से लेकर 1,75,000 तक इमारते नष्ट या फिर क्षतिग्रस्त हुई हैं. गाजा में युद्ध से पहले तक 36 अस्पताल थे पर अब 17 ही बचे. गाजा के 68 प्रतिशत सड़क खत्म हो गए हैं. 68 परसेंट खेती वाली जमीन भी बंजर हो गई है.
हमास के हमले का खामियाजा फलस्तीन को भुगतना पड़ रहा है. गाजा की जीडीपी 81 प्रतिशत तक गिर गई है. 2.01 लाख लोग बेरोजगार हैं. 20 लाख लोग बेघर हैं. 85 हजार मजदूरों की नौकरी छूट चुकी है.
गाजा पट्टी पर मलबे का ढेर
इस्राइल के हमले से गाजा में 42 मिलियन टन से अधिक मलबा जमा हो गया है. यह मलबा इतना अधिक है कि अगर न्यूयॉर्क से लेकर सिंगापुर तक डंप ट्रकों को खड़ा दें तो सारे भर जाएंगे. मलबे को साफ करने में सालों लग जाएंगे. मलबा साफ करने की लागत 700 मिलियन डॉलर तक हो सकती है.