इजरायल और लेबनान स्थित हिजबुल्लाह के बीच जंग जारी है. इजरायली सैनिक लगातार हिजबुल्लाह के ठिकानों पर रॉकेट और मिसाइल बरसा रहे हैं तो वहीं हिजबुल्लाह भी इजरायल को इसका लगातार जवाब दे रहा है.
Israel Attack at Beirut: इजराइल लगातार लेबनान में स्थित हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रहा है. आईपीएफ ने एक बार फिर से राजधानी बेरूत में रॉकेट से हमला किया है. इससे पहले इजरायली सेना ने दक्षिण लेबनान के 20 से अधिक शहरों के लोगों को तुरंत अपने घर खाली करने के लिए कहा था. क्योंकि इजरायली सेना सीमा पार से घुसपैठ कर रही थी और बेरूत के एक उपनगर में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रही थी.
दक्षिण के 70 शहरों को खाली करने की चेतावनी
इसी के साथ इजरायली सेना की ओर से अब तक लेबनान के दक्षिणी इलाकों से अब तक 70 शहरों को खाली करने की चेतावनी दी जा चुकी है. इसमें प्रांतीय राजधानी नबातिह भी शामिल है, जिससे पता चलता है कि ईरान समर्थित सशस्त्र समूह के खिलाफ एक और इजरायली सैन्य अभियान कितना जोर पकड़ता जा रहा है.
हिजबुल्लाह ने भी दागे इजरायल पर रॉकेट
इस बीच हिजबुल्लाह भी इजरायल पर लगातार रॉकेट और मिसाइलें दाग रहा है. बताया जा रहा है कि ताजा हमलों में हिजबुल्लाह ने रॉकेटों की बौछार से उत्तरी इज़राइल के भूमध्यसागरीय तट पर हाइफ़ा खाड़ी में सैन्य उद्योगों के लिए इज़राइल के “सखनिन बेस” को निशाना बनाया है. बता दें कि इजरायल पिछले एक साल से गाजी पट्टी और वेस्ट बैंक में हमास से लड़ रहा है. लेकिन अब पिछले दो सप्ताह के लेबनान ने भी उसे मुसीबत में डाल दिया है.
पिछले मंगलवार को इजरायल ने भेजी सेना
हिजबुल्लाह के हमलों के बाद इजरायल ने भी मोर्चा संभाल लिया और पिछले मंगलवार को ग्राउंट पर कार्रवाई करने के लिए अपनी सेना को लेबनान भेज दिया. इसी के साथ ईरान ने भी इजरायल पर हमला कर दिया. जिससे ईरान में संघर्ष और संयुक्त राज्य अमेरिका में खतरे की स्थिति पैदा हो गई है. इज़राइल का कहना है कि लेबनान में उसके अभियान का उद्देश्य गाजा युद्ध के दौरान हिजबुल्लाह की बमबारी के कारण उत्तरी इज़राइल से विस्थापित हुए उसके हजारों नागरिकों को सुरक्षित घर लौटने की अनुमति देना है.
12 लाख से ज्यादा लोगों ने छोड़े अपने घर
इस बीच लेबनानी अधिकारियों ने कहा कि इजरायली हमलों से 12 लाख से ज्यादा लेबनानी नागरिकों ने अपने घर छोड़ दिए हैं. बता दें कि पिछले साल लेबनान पर इजरायली हमलों की शुरुआत के बाद से लगभग 2,000 लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश पिछले दो हफ्तों में मारे गए हैं. वहीं सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. इसके साथ ही घायलों के लिए चिकित्सा आपूर्ति प्राप्त करने को लेकर भी चिंताएं बढ़ रही हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि पिछले 24 घंटों में लेबनान में 28 स्वास्थ्यकर्मी मारे गए हैं.