लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 23 करोड़ की आबादी वाला प्रदेश अपनी उर्वरा शक्ति के कारण देश व दुनिया में जाना जाता है। यदि किसान को सही जानकारी उपलब्ध हो जाए तो प्रदेश का किसान पूरी दुनिया के लिए अन्न उत्पादन की क्षमता रखता है। वह शुक्रवार को राजधानी में कृषि कुंभ के शुभारम्भ के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पहली बार उत्तर प्रदेश के अंदर कृषि कुम्भ का आयोजन हो रहा है। कुम्भ भारत की परंपरा में बहुत ही सात्विक व सांस्कारिक शब्द है जो हमें एकता के सूत्र में बांधता है। उन्होंने कहा कि इजराइल के सहयोग से हम सेंटर फॉर एक्सीलेंस का उद्घाटन कर रहे हैं। इजराइल से मिली तकनीक का सभी विभाग बेहतर प्रयोग कर किसानों के जीवन में खुशहाली लाने का काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जनपद में एक व बड़े जनपद में दो कृषि विज्ञान केंद्र स्थापित करने की दिशा में कार्य हो रहा है। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश को 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र स्वीकृत किए हैं। इनमें से कई को क्रियाशील करने की दिशा में हम बढ़ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि गन्ना उत्पादन में उत्तर प्रदेश फिर से नंबर 1 हो गया है। हार्टिकल्चर, दुग्ध उत्पादन में भी हम प्रथम स्थान पर हैं। उत्तर प्रदेश में व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के सहयोग से उत्तर प्रदेश को फिर से पहले पायदान पर लाकर खड़ा कर सकते हैं। शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री ने किसान को अपने एजेंडे का हिस्सा बनाया था। पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने स्वाइल हेल्थ कार्ड की व्यवस्था की। डेढ़ वर्ष के भीतर प्रदेश में रिकार्ड संख्या में किसानों को स्वाइल हेल्थ कार्ड जारी किए गए। 1 लाख 98 हजार रकबे के सिंचन की व्यवस्था भी की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई चीनी मिलों को संचालित करने के लिए भी सरकार ने तैयारी कर ली है। नवंबर के प्रथम सप्ताह से गन्ना पेराई की व्यवस्था भी की जा रही है।