चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को सुचारू और सुरक्षित सम्पन्न कराने के लिए 142 पोलिंग बूथों पर सुरक्षाबलों को तैनात करने का निर्णय लिया है। सुरक्षा बलों की तैनाती का मुख्य उद्देश्य चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अशांति को रोकना और वोटरों को सुरक्षित माहौल देना है।
स्थानीय प्रशासन और चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वह बिना किसी भय के अपने मताधिकार का प्रयोग करें। चुनावों के दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भी विशेष निगरानी की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि तैनात किए गए जवानों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के चुनाव के लिए सोमवार को चुनाव-प्रचार थम गया है। दूसरे चरण में 26 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। कश्मीर के तीन जिलों की 15 सीट और जम्मू के तीन जिलों की 11 सीट पर वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण के मतदान में 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है।
दूसरे चरण के चुनाव को देखते हुए तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने वोटरों को साधने के लिए तरह-तरह के वादे किए हैं। कुछ नेताओं ने विशेष रूप से आर्टिकल 370 की वापसी की बात कही है, जो पिछले कुछ वर्षों से चर्चा का विषय बना हुआ है। उनका कहना है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह आर्टिकल 370 को वापस लागू करने का प्रयास करेंगे। इसके अलावा, विकास, रोजगार और सामाजिक कल्याण से जुड़े वादे भी किए गए हैं।