एक प्रदर्शनकारी ने आईएएनएस से कहा कि हमारे कुछ साथियों को गौरक्षा के आरोप में जेल में डाल दिया गया है। भाजपा सरकार गौरक्षा की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ जब हमारे बजरंग दल के कार्यकर्ता गौरक्षा के लिए काम करते हैं, तो उन्हें जेल में डाल दिया जाता है। इसलिए हम उनकी नीति जानना चाहते हैं। हमारा उनसे सवाल है कि यह सरकार स्पष्ट करे कि गौरक्षा करनी है या नहीं। अगर हमें जवाब नहीं मिला, तो हम सड़कों पर उतरेंगे। हम इससे भी बड़ा आंदोलन करेंगे और सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे।
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि अभिषेक राजा ने फुलवारी शरीफ में सौ से ज़्यादा गायों को बचाया है। उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी रिहाई के लिए हमने भाजपा कार्यालय का घेराव किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदू विरोधी हो गई है। वह कहते हैं कि हिंदुओं की सरकार है और गौ भक्तों को जेल में डाला जा रहा है। जिसने 100 गायों को बूचड़खाने ले जाने से बचाया, उसे जेल में डाल दिया गया। बीजेपी की सरकार हम लोगों की मनोबल तोड़ने का काम कर रही है। गौमाता हमारे आत्मसम्मान से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा हम लोग चूड़ी, बिंदी और साड़ी लेकर आए हुए हैं। इसे भाजपा के नेताओं को पहनाएंगे।
आपको बता दें कि तीन सितंबर को फुलवारी शरीफ में गौ तस्कर एक ट्रक में 46 गायों और उनके बछड़ों को भरकर ले जा रहे थे। इसमें कई गायों की मौत हो गई और कई घायल हो गईं । बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ट्रक को पकड़ लिया और घायल गायों का संगत आश्रम में इलाज करवाया। चार सितंबर को पुलिस ने 38 गायों को जब्त किया, लेकिन 8 गायों की मौत हो गई । इसको लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और गौ तस्करों के बीच झड़प भी हुई। इसमें 31 लोगों को हिरासत में लिया गया ।