पीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से यूपी में आयोजित कृषि कुंभ को किया संबोधित
लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सरकार अभी पराली जलाने से रोकने के लिए किसानों को मशीनों के लिए 50 से 80 प्रतिशत तक की छूट दे रही है। हमें तकनीक आधारित ऐसे ठोस उपयोगों की ओर बढ़ना होगा जिससे किसानों के सामने पराली जलाने की मजबूरी खत्म हो जाए और पर्यावरण की भी रक्षा हो। प्रधानमंत्री शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कृषि कुंभ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कचरे को भी कंचन बनाया जा सकता है। खेत के अंदर कोई भी चीज निकम्मी नहीं होती है। खेत की हर चीज सोना होती है। किसान जौहरी की तरह उसका उपयोग कर ले तो उसकी एक भी चीज बेकार नहीं जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी अपेक्षा है कि कृषि कुम्भ में खेती से जुड़ी तकनीक पर गहन मंथन हो। खाद का उपयोग कैसे कम हो, पानी का कैसे उचित उपयोग हो, फसल के भंडारण की तकनीक बेहतर कैसे हो, रोबोट व ड्रोन जैसी तकनीक का उपयोग कैसे किया जाए, ऐसे अनेक विषयों पर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व ही मछली उत्पादन से जुड़े किसानों के लिए सरकार ने बहुत बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने 7500 करोड़ रुपये के एक नए फंड को मंजूरी दे दी है।
प्रधानमंत्री ने इस उत्तम प्रयास के लिए योगी और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। कहा कि प्रयागराज में लगने वाले कुम्भ में अभी कुछ महीने बाकी हैं लेकिन यूपी की धरती पर एक और कुम्भ आज से शुरू हो गया है। यूपी के अलग-अलग गांवों से करीब 50 हजार किसान, देश-विदेश से आए वैज्ञानिक व उद्यमी लखनऊ में आयोजित इस कृषि कुम्भ का हिस्सा बने हैं। मैं सभी का अभिवादन करता हूं।