: लेबनान में हुए पेजर हमले के बाद अब वॉकी टॉकी से हमलों को अंजाम दिया गया है. हिज्बुल्लाह चीफ नसरुल्लाह लंबे समय से अपने लड़ाकों को सेलफोन के बजाय पेजर और वॉकी टॉकी के इस्तेमाल पर जोर दे रहा है.
: लेबनान में बीते दिनों पेजर और वॉकी टॉकी फटने से अब तक कुल 32 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 4500 लोग घायल हो गए हैं. हिज्बुल्लाह ने इन हमलों के बीच इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं इजराइल ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है. आपको बता दें कि हिज्बुल्लाह चीफ नसरुल्लाह ने सबसे पहले 2022 में सार्वजनिक तौर पर पेजर के उपयोग की बात कही थी. इसके बाद से यहां के लोगों ने पेजर और वॉकी टॉकी का उपयोग करना शुरू कर दिया.
हिज्बुल्लाह का दावा है कि इन हमलों के पीछे इजरायल जिम्मेदार हो सकता है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि इजरायल ने 2022 में ही ऑपरेशन लेबनान की स्क्रिप्ट तैयार कर दी थी. मीडया रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान और सीरिया के कुछ क्षेत्रों में बीते दो दिनों से पेजर से लेकर वॉकी-टॉकी और सोलर पैनल में धमाके हुए. इसके पीछे इजरायल का हाथ बताया जा रहा है. रिपोर्ट की मानें तो इजराइल के पूर्व रक्षा और खुफिया अधिकारियों के हवाले से जानकारी मिली है कि इजरायल को यह बात पहले से मालूम थी कि हिज्बुल्लाह मोबाइल की जगह पेजर के उपयोग पर अधिक जोर दे रहा है. इसकी सच्चाई की पुष्टि तब हुई जब पता चला कि लेबनान में जिन पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके हुए उन्हें हंगरी की कंपनी ने तैयार किया था.
पेजर और वॉकी टॉकी के उपयोग पर जोर दिया
बताया जा रहा है कि इजरायल ने इसकी प्लानिंग दो साल पहले ही कर ली थी. हिज्बुल्लाह चीफ नसरुल्लाह लंबे वक्त से हिज्बुल्लाह लड़ाकों को सेलफोन या इंटरनेट कॉलिंग के बजाए पेजर और वॉकी टॉकी के उपयोग पर जोर दिया है. उन्होंने सबसे पहले 2022 में खुले तौर पर पेजर के उपयोग की बात कही थी. इस बयान के बाद इजरायल ने ऑपरेशन लेबनान की प्लानिंग की थी.
नसरुल्लाह ने इस साल फरवरी में लड़ाकों और समर्थकों को सार्वजनिक तौर पर कहा था कि अगर इजरायल हाई-टेक होता चला गया तो हम लो-की (Low Key) हो जाएंगे. उन्होंने कहा था कि इजरायल सेलफोन के नेटवर्क का उपयोग करके हिज्बुल्लाह लड़ाकों की लोकेशन को ट्रैक कर सकता है. नसरुल्लाह ने चेताया था कि अगर कोई इजरायल का एजेंट है तो वह एजेंट आपके हाथों में है. सेलफोन को अपने दूर रखा जाना चाहिए. इन सेलफोन को दफन कर दिया जाना चाहिए. इन्हें लोहे के बक्सों में बंद किया जाए.
हिज्बुल्लाह चीफ ने इसके लिए हंगरी के बुडापेस्ट में 2022 में दो तीन शेल कंपनियां खड़ी की थी. इन कंपनियों में से एक थी- BAC Consulting KFT. इस कंपनी ने ताइवान की Gold Apollo कंपनी से पार्टनरशिप की. इस पार्टनरशिप के तहत पेजर और वॉकी टॉकी जैसे वायरलेस डिवाइस को तैयार किया गया. मगर इन शेल कंपनियों के संबंध इजरायल से थे. हिज्बुल्लाह चीफ को किसी तरह शक न हो इसलिए वह आर्म आर्डर भी डिलिवरी करती थी. पेजर में लगी बैटरी एक विस्फोटक की तरह थी. इस कारण जहां पेजर को हिज्जबुल्ला सुरक्षित मान रहा था. वहीं इसे एक बम की तरह इस्तेमाल किया. इजरायल के लिए बैटरी एक बम के बटन की तरह है.