अमेरिका के हिंदू मंदिर पर हुए हमले की आलोचना हो रही है. अमेरिकी सांसद इसका विरोध कर रहे हैं. उन्होंने क्या कहा आइये जानते हैं….
अमेरिका के हिंदू मंदिर पर हुआ हमला अब तूल पकड़ रहा है. अमेरिका के कई सांसदों ने न्यूयॉर्क के मेलविले के बीएपीएस स्वामीनारायाण मंदिर में हुई तोड़फोड़ की आलोचना की. मंदिर में तोड़फोड़ और भारत विरोधी नारे लिखने को उन्होंने अस्वीकार्य बताया. सांसदों ने अधिकारियों से जवाब की मांग की है.
सासंदों ने देश में नफरत और हिंसा की घटनाओं पर चिंता जताई. अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने घटना की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि मंदिर में तोड़फोड़, कट्टरता और नफरती संदेशों के लिखे जाने की जांच होनी चाहिए. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने कहा कि घटना अस्वीकार्य है. मैं मेलविले में स्वामीनारायाण मंदिर को निशाना बनाने की निंदा करता हूं. इसकी जांच होनी चाहिए. बीएपीएस समुदाय जवाब और न्याय पाने का हकदार है.
सुनिश्चित करना होगा कि ऐसा दोबारा न हो
अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने भी घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि पूजा की स्वतंत्रता लोकतंत्र की आधारशिला है. इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए. मैं हिंदू मंदिर में हुए तोड़फोड़ की निंदा करता हूं. अमेरिका में ऐसे हिंसक कृत्यों के लिए जगह नहीं है. यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसा दोबारा न हो.
तोड़फोड़ की घटना से स्तब्ध हूं
यह अमेरिका के सिद्धांत नहीं
अमेरिकी सांसद टॉम सुओजी ने कहा कि नेताओं की बयानबाजी, उग्रवाद के कारण बर्बरता, कट्टरता और घृणा फैल रही है. स्वामीनारायाण मंदिर में हुई घटना से मैं हैरत में हूं. यह सब कुछ अमेरिका के सिद्धांत नहीं हैं. यह सब कुछ अमेरिकी के मूल्यों के खिलाफ है.
सांसद बयान फिट्जपैट्रिक ने घटना पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि सब कुछ मौलिक मूल्यों पर हमला है. पूजा स्थलों पर किए गए हमले हमारे बुनियादी मूल्यों पर हमले हैं. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगें. हम हिंदुओं और भारतीय मूल के नागरिकों के साथ मजबूती से खड़े हैं. हम घटना की निंदा करते हैं. इसकी जांच आवश्यक है, जिससे आरोपियों को जिम्मेदार ठहयारा जा सके.