उन्होंने इस बार कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी सवाल उठाए हैं। केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राहुल गांधी का सिखों को लेकर दिए बयान का समर्थन किया। लेकिन, इतने दिन बीत जाने के बाद भी कांग्रेस के किसी भी नेता और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पन्नू के बयान का खंडन नहीं किया। इससे साफ है कि कांग्रेस अध्यक्ष पन्नू के बयान का समर्थन कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस के प्रदर्शन पर कहा, मैं कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता से कहना चाहता हूं कि आप खुशी से कितना भी मेरा विरोध करो। अगर आपकी कोई बात बनती है, गांधी फैमिली खुश होती है तो मैं भी खुश हूं। लेकिन, मैंने जो बात कही है, आपका मौन देखकर कही थी, क्योंकि जब राहुल गांधी ने कोई बात कही सिखों के विरोध में तो उसे देश का सबसे बड़ा दुश्मन गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सपोर्ट किया, जो खालिस्तान के लिए रेफरेंडम करवा रहा है, उस आदमी ने राहुल गांधी के हक में बयान दिया। मेरी तकलीफ मेरी पीड़ा यह है कि आप मीडिया पर एक चीज को लेकर घुमाकर बता रहे हैं, लेकिन असली बात खड़गे साहब राहुल गांधी ने अमेरिका में सिखों को लेकर कही थी, वो देश में पगड़ी नहीं बांध सकते, कड़ा नहीं डाल सकते, गुरुद्वारा नहीं जा सकते। उनके इस बयान का आतंकी पन्नू ने समर्थन किया।
उन्होंने आगे कहा, मैं दो दिन तक इंतजार करता रहा कि कांग्रेस की तरफ से कोई नेता या पार्टी के अध्यक्ष इस बात का खंडन करेंगे। इस बात पर स्पष्टीकरण देंगे कि कांग्रेस आतंकी पन्नू के साथ नहीं है। जब आपने यह बात नहीं कहीं तो फिर मैंने यह बात कही कि खड़गे साहब स्पष्ट बताएं ,आपकी पार्टी और हर लीडर जो आप बात कर रहे हैं, इसका मतलब आप लोग पन्नू के साथ खड़े हैं, यह बात स्पष्ट हो गई है। अच्छा होता आप मेरे खिलाफ चिट्ठी लिखने की बजाय पन्नू ने जो राहुल गांधी का सपोर्ट किया है, उसके बारे में आप खंडन करते और उस पर बात करते।
रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, मैं मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछता हूं कि आतंकवादी किसे कहा जाता है? वह व्यक्ति है जो आतंकवाद को बढ़ावा देता है। मेरे टेरेरिस्ट कहने का मतलब है कि जब पन्नू और राहुल गांधी बिना किसी कारण के एक-दूसरे का समर्थन करते हैं, तो हमें इसे क्या कहना चाहिए? राहुल, पन्नू के और पन्नू, राहुल के बयानों का समर्थन कर रहे हैं। इसलिए खड़गे और कांग्रेस पार्टी को इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।