शादी के बाद हर पति-पत्नी का सबसे बड़ा सपना यही होता है कि उन्हे संतान सुख जरूर मिले. किसी भी कारणवश अगर किसी की संतान होने में दिक्कत होती है तो मान्यता है कि इस कुंड में डुबकी लगाने से उनकी मनोकामना पूरी होती है.
वाराणसी में आज निसंतान दम्पत्तियों का मेला लगा है. हर साल यहां निसंतान दंपती संतान की कामना लिए इस मेले में शामिल होने काशी पहुंचते है. मान्यता है कि लोलार्क छठ के अवसर पर काशी के लोलार्क कुण्ड में जो दंपत्ति स्नान करते है उन्हें संतान की प्राप्ति होती है और इस अवसर पर दूर-दूर से आये लाखो की संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने संतान आदि की कामना से लोलार्क कुण्ड में पहुंचे ताकि उन्हें संतान की प्राप्ति हो सके. काशी में 50 फिट गहरा और 15 फिट चौड़ा लोलार्क कुंड में दंपत्ति स्नान करने के लिए पहुंच रहे है ताकि उन्हें संतान प्राप्ति हो सके.