रिपोर्ट के अनुसार, भेड़ियों के हमलों में 51 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। लोगों में भेड़ियों की दहशत है। इलाके में रहने वाले लोगों के लिए हर रात चुनौती बनकर आ रही है। ग्रामीण खुद नहीं जानते कि किस रात किसका बच्चा इनका शिकार बन जायेगा।
लोग रात-रात भर जाग कर अपनी और अपने बच्चों की रक्षा कर रहे हैं। इस बीच राहत की खबर ये है कि वन विभाग की टीम ने अब तक चार भेड़ियों को पकड़कर पिंजरे में कैद कर दिया है।
अभी भी दो भेड़ियों से 50 गांवों के लोगों में दहशत है। इससे बचने के लिए ग्रामीणों के साथ गांव-गांव लगाए गए कर्मचारी सभी को जागरूक कर रहे हैं और लोगों को घरों के भीतर सोने की हिदायत दे रहे हैं।
स्थानीय निवासी अनिकेत सिंह ने बताया कि हम भेड़ियों के आतंक से डरे हुए हैं। चार भेड़िये पकड़े गए हैं और दो भेड़ियों का अभी भी आतंक जारी है। अभी पूरी तरह से खतरा टला नहीं है। हम गांव-गांव जाकर रात-रात भर घुमकर लोगों को जगाते हैं और लोगों को बताते हैं कि खतरा टला नहीं है।
एक कर्मचारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि भेड़िये के हमले की वजह से हमल लोग लोगों को जाने के लिए रात में पहरा दे रहे हैं। हम लोगों को घर के अंदर रहने की हिदायत दे रहे हैं ताकि वे सुरक्षित रहें। हम घर-घर जाकर लोगों से कहते हैं कि अभी खतरा टला नहीं है, घर के भीतर रहे और सुरक्षित रहें।
गांव में पहरा दे रहे अन्य कर्मचारियों का कहना है कि घर-घर जाकर हम लोग सभी को घर के अंदर सोने के लिए हिदायत देते हैं। अगर कोई नहीं मानता है तो उसके साथ शक्ति से भी पेश आते हैं। हमें हर हाल में मासूमों और ग्रामीणों की जिंदगी बचानी है।