पाकिस्तान के योजना और विकास मंत्री अहसान इकबाल ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान की आर्थिक और सुधार योजनाओं को उधार लिया और उन्हें सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया, जबकि “हमने राजनीतिक अस्थिरता के कारण बड़े पैमाने पर मौका गंवा दिया.” इकबाल ने कहा, “90 के दशक के दौरान तत्कालीन भारतीय वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष सरताज अजीज से आर्थिक सुधार रणनीतियों को उधार लिया और उन्हें सफलतापूर्वक भारत में लागू किया.”
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की मंगलवार की रिपोर्ट में बताया गया कि इस्लामाबाद में पाकिस्तान नेशनल सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने यह बातें कही. इकबाल ने दावा किया कि बांग्लादेश ने भी सफलतापूर्वक उसी रणनीति का उपयोग किया था, लेकिन पाकिस्तान राजनीतिक अस्थिरता के कारण एक दशक पीछे चला गया क्योंकि पाकिस्तान अपनी योजनाओं को इस्तेमाल नहीं कर सका.
उन्होंने कहा, “हमें सोचना होगा कि कितने देश हमारे पीछे थे, जो अब बहुत आगे हैं. चीन की प्रति व्यक्ति आय पाकिस्तान के मुकाबले बहुत कम थी, लेकिन अब यह बहुत अधिक है. इसी प्रकार, बांग्लादेश के विदेशी भंडार 33 अरब डॉलर तक पहुंच गया हैं जबकि हमारा 18 अरब डॉलर है. आनेवाले समय में हम देखेंगे कि दूसरे देशों ने भी हमें पीछे छोड़ दिया है.” इकबाल ने कहा कि अकेले टैंक और मिसाइल एक देश को नहीं बचा सकते, “अगर वह आर्थिक रूप से मजबूत नहीं है.”