भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में जो हुआ उससे कोई बेखबर नहीं है, लेकिन शायद यह बात किसी को मालूम न हो कि हमारे एक और पड़ोसी मुल्क में तख्तापलट की तैयारी हो रही है. अगर ऐसा हुआ तो यह भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है.
रिपोर्ट के मुताबिक मालदीव के सरकारी बैंक ऑफ मालदीव ने एमवीआर अकाउंट से जुड़े मौजूदा और नए डेबिट कार्ड से विदेशी लेनदेन पर रोक लगा दी थी. इसके साथ ही स्टैंडर्ड और गोल्ड क्रेडिट कार्ड की मासिक लिमिट भी घटाकर $100 कर दी गई थी. हालांकि इस फैसले को कुछ घंटे के भीतर ही वापस ले लिया गया, जिसके बाद राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने सत्तारूढ पीपल्स नेशनल कांग्रेस के साथ बैठक की. जहां मुइज्जू ने कहा उन्हें जैसे ही स्थिति का पता चला उन्होंने अपने मंत्रियों के साथ मिलकर बैंक के मुद्दे का समाधान खोजने के लिए काम किया. बैंक का फैसला उनकी सलाह के खिलाफ था. बैंक ऑफ मालदीव के फैसले की घोषणा उनके आदेश के बावजूद की गई, जिसकी जांच की जाएगी. वहीं मुइज्जू की बैठक के बाद बैंक की जांच शुरू हो गई है. इस घटना को लेकर मुइज्जू ने कहा कुछ चुनिंदा लोगों ने पूरी रणनीति के तहत आर्थिक तख्ता पलट का प्रयास किया. जो भी यहां हुआ थोड़ा सोच विचार करने के बाद पूरा मामला समझ आ जाएगा. यह बिना किसी संदेह के तक्ता पलट का ही प्रयास था.
अब इस पड़ोसी देश में तख्तापलट की तैयारी
उन्होंने कहा कि कई लोगों ने यह सवाल उठाया कि सरकार के नियंत्रण वाले बैंक ने ऐसा फैसला क्यों लिया, लेकिन वो यह नहीं जानते कि बीएमएल के निदेशक बोर्ड में सरकार का बहुमत नहीं है. मौजूदा समय में केवल चार सरकारी निदेशक हैं बाकी के पांच निदेशक सरकार से जुड़े नहीं है. इसलिए हमारे पास बहुमत नहीं है. हमने दो डायरेक्टर्स नॉमिनेट किए हैं, लेकिन उनकी नियुक्तियों में कुछ हफ्तों का समय लगेगा. वहीं मुइज्जू के इस आरोप पर विपक्ष का भी जवाब आ गया है. विपक्ष ने मुइज्जू के आरोपों को बकवास और बेतुका बताया है. मालदीव की मुख्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी के चेयरमैन फैयाज इस्माइल ने कहा इन घटनाक्रमों से पता चलता है कि राष्ट्रपति मुइज्जू की सरकार के भीतर ही तक्ता पलट का प्रयास हो रहा था. गड़बड़ी सरकार के भीतर ही है अंदर ही अंदर कुछ ना कुछ हो रहा है. इसमें बाहरी ताकतों की कोई भूमिका नजर नहीं आती. उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि हमें अगले कुछ दिनों में तख्ता पलट देखने को मिल सकता है.