कार्यकारिणी बैठक के बाद चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ है। उन्होंने बताया कि बैठक में एसटी/एससी कानून समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान उन्होंने यह भी साफ किया कि उनकी पार्टी जातीय जनगणना की पक्षधर है। उन्होंने झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए सरकार बनने का दावा किया। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि झारखंड में अगर एनडीए के साथ बात नहीं बनी तो उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि हम लोग सबका साथ, सबका विकास को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में हमारी पार्टी झारखंड में कई कार्यक्रम आयोजित करेगी।
झारखंड सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि लोगों में इस सरकार के प्रति नाराजगी है, प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है। झारखंड विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराएगी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई।
चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी विभिन्न जिलों में कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिनमें पार्टी के सांसद अलग-अलग समय पर भाग लेंगे और पार्टी को मजबूत बनाने के लिए अपनी भूमिका निभाएंगे। पार्टी का उद्देश्य राज्य में एनडीए की सरकार बनाना है। इस दिशा में आने वाले दिनों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि चिराग पासवान की लोजपा (आर) ने झारखंड विधानसभा चुनाव में 28 सीटों पर दावा किया है। वहीं, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू पहले ही 11 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है। दोनों पार्टियां एनडीए की सहयोगी हैं। इसलिए, भाजपा लोजपा (आर) और जदयू के लिए कुछ सीटें छोड़ सकती है। इस सब के बीच, झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की क्या रणनीति होगी, इस पर हर किसी की निगाहें टिकी हुई हैं। राज्य में कुल 81 विधानसभा सीटें हैं।