जानकारी के अनुसार, शनिवार को वार्ताकार गाजा संघर्ष विराम वार्ता के लिए तैयार हो गए हैं। रविवार को इजरायल-हमास के बीच युद्ध विराम पर फिर से वार्ता होगी। हालांकि, हमास ने कहा कि वह प्रतिनिधियों को काहिरा में भेज रहा है, लेकिन इस चर्चा में भाग नहीं लेगा।
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस्लामिस्क समूह का एक प्रतिनिधिमंडल काहिरा जा रहा है, लेकिन वे वार्ता में शामिल नहीं होंगे। इसके बजाय वे वार्ता से जुड़ी अपडेट लेने के लिए मिस्र के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
अधिकारी ने कहा कि हमास इजरायल से आग्रह करेगा कि वह गाजा से अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाए, इसमें मिस्र का फिलाडेल्फिया कॉरिडोर क्षेत्र भी शामिल है।
शनिवार को हमास के एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि हमास के नेता याह्या सिनवार भी पहले ही बाइडेन की योजना पर सहमत हो चुके हैं और वे चाहते हैं कि इसे संशोधन किए बिना लागू किया जाए।
व्हाइट हाउस ने कहा कि इस सप्ताह वार्ता को लेकर प्रगति हुई। हालांकि, गाजा-मिस्र सीमा पर इजरायली सैनिकों की मौजूदगी एक अड़चन बनकर सामने आई है।
इस बीच नासेर अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि दक्षिणी गाजा में खान यूनिस के पश्चिम में कई घर को निशाना बनाया गया। शुक्रवार से शनिवार की रात तक हुए इन हमलों में 11 लोगों की मौत हो गई है।
वहीं, दूसरी ओर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कॉरिडोर पर सैनिकों की तैनाती पर जोर दिया है। उनका तर्क है कि हमास को रोकने की जरूरत है, ताकि उसे मिस्र से हथियारों की तस्करी न हो पाए।
मिस्र के एक सूत्र के मुताबिक अमेरिका, इजरायल और हमास के बीच की खाई को पाटने के लिए मध्यस्थों के साथ नए प्रस्तावों पर चर्चा कर रहा है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के सैन्य अभियान के कारण गाजा में 40,334 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र अधिकार कार्यालय का कहना है कि मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
इससे पहले हमास के आतंकवादियों ने इजरायल के 251 बंधकों को भी पकड़ लिया था। इस बीच इजरायल की सेना ने इस सप्ताह खान यूनिस क्षेत्र में स्थित एक सुरंग से छह बंधकों के शव बरामद किए हैं।