मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम इस समय भारत दौरे पर हैं. पीएम अनवर इब्राहिम ने जम्मू-कश्मीर, पाकिस्तान और विवादित उपदेशक जाकिर नाइक को लेकर बड़ी बात कही है.
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम इस समय भारत दौरे पर हैं. पीएम अनवर इब्राहिम ने जम्मू-कश्मीर, पाकिस्तान और विवादित उपदेशक जाकिर नाइक को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कश्मीर मुद्दे को भारत का घेरलू मामला बताया है. बता दें कि मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने जम्मू-कश्मीर से 370 हटाने जाने को लेकर भारत की कड़ी आलोचना की थी. इसके बाद 2019 में दोनों देशों के संबंधों में खटास आ गई थी.
अब कई सालों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मलेशियाई पीएम अनवर इब्राहिम द्विपक्षीय संबंधों में एक नए चैप्टर की शुरुआत कर रहे हैं. 2022 में मलेशिया के प्रधानमंत्री बनने के बाद अनवर इब्राहिम पहली बार भारत आए हैं. अनवर इब्राहिम का कश्मीर को लेकर रूख शुरू से ही महातिर मोहम्मद से बिल्कुल अलग रहा है, जिसकी तस्दीक उन्होंने एक बार फिर की है.
‘भारत का घेरलू मामला है कश्मीर’
एक हिंदी न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, अनवर इब्राहिम ने कश्मीर मसले को पूरी तरह से भारत का घेरलू मामला बताया है. हमें शांति और सुरक्षा चाहिए और तनाव को कम करने की जरूरत है. साथ ही भारत में अल्पसंख्यको के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ‘जैसा कि भारत को अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर मलेशिया से सवाल करने का अधिकार है, उसी तरह हमें भी भारत में धार्मिक और अल्पसंख्यकों को लेकर चिंताएं हैं.’
पीएम मोदी की कूटनीतिक जीत
अनवर इब्राहिम के बयान को विदेशी मामलों के जानकर पीएम मोदी की कूटनीतिक जीत बता रहा हैं, क्योंकि 370 को हटाना मोदी सरकार के बड़े फैसले में से गिना जाता है. जब मलेशिया के पूर्व पीएम महातिर मोहम्मद ने इस मामले में दखल देते हुए भारत सरकार की कड़ी आलोचना की थी, तो भारत ने भी कड़ा स्टैंड अपनाया था, जिसके बाद दोनों के बीच व्यापारिक संबंध प्रभावित हुए थे. वहीं अब मशेलियाई पीएम इब्राहिम के बयान के बाद पाकिस्तान जल भुन जाएगा, क्योंकि वह भी कश्मीर को लेकर अपना विवादित राग अलापता रहता है.
जाकिर नाइक को लेकर कही ये बात
‘नाइक मसले पर अपना काम करेगा कानून’
हालांकि, मलेशियाई पीएम इब्राहिम ने जोर देते हुए ये भी साफ किया कि अगर भारत जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर कोई ठोस सबूत पेश करता है, तो हम उसका स्वागत करेंगे. इसके बाद कानून अपना काम करेगा.’ जाकिर नाइक पर भारत में भड़काऊ भाषण देने, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप हैं. इसी के चलते भारत मलेशिया से उसके प्रत्यार्पण की मांग कर है. 2016 में भारत से भाग जाने के बाद जाकिर नाइक 2018 से मलेशिया में शरण लिए हुए है.