‘भारत का एक ही मंत्र- Humanity first’, भारतवंशियों के बीच बोले PM, जानिए कितना अहम ये दौरा?

भारतवंशियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत का एक ही मंत्र है Humanity first, दुनिया के किसी भी देश में संकट आए, भारत पहला देश होता है, जो मदद के लिए हाथ बढ़ाता है.’

: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पौलेंड दौरे पर पहुंचे. पोलैंड एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया. उसके बाद जब पीएम मोदी होटल पहुंचे, तो वहां प्रवासी भारतीयों ने उनका अभिवादन किया. उन्होंने पीएम के स्वागत में जमकर मोदी-मोदी के नारे लगाए. भारतवंशियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत का एक ही मंत्र है Humanity first, दुनिया के किसी भी देश में संकट आए, भारत पहला देश होता है, जो मदद के लिए हाथ बढ़ाता है.’

‘दुनियाभर के नागरिकों की मदद करता है भारत’

कोरोना महामारी के दौर को याद करते हुए PM मोदी ने आगे कहा, ‘कोविड आया तो भारत ने कहा-  ह्यूमैनिटी फर्स्ट. हमने दुनिया के 150 से अधिक देशों को दवाइयां और वैक्सीन भेजी. दुनिया में कहीं भी भूकंप आता है, कोई आपदा आती है, भारत का एक ही मंत्र है ह्यूमैनिटी फर्स्ट. कहीं युद्ध हो, तो भारत कहता है- ह्यूमैनिटी फर्स्ट और इसी भाव से भारत, दुनियाभर के नागरिकों की मदद करता है.’ इसके अलावा पीएम ने भारतवंशियों के बीच अपनी सरकार की कई उपलब्धियों को भी गिनाया.

पीएम मोदी का पोलैंड दौरा कितना अहम?

PM मोदी का ये दौरा भारत-पोलैंड के संबंधों के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण संबंध हैं. पीएम मोदी के इस दौरे से जिनको नई ऊर्जा मिलेगी. बता दें कि पीएम मोदी 21 और 22 अगस्त को पोलैंड में रहेंगे. 45 वर्ष के बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री का पोलैंड दौरा है. इससे पहले 1979 में तत्कालीन पीएम मोरारजी देसाई ने पोलैंड गए थे.

पीएम मोदी का ये दौरान ऐसे मौके पर हो रहा है, जब भारत-पोलैंड के राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ है.

  • PM मोदी गुरुवार को पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.

  • इसके बाद पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज सेबेस्टियन डूडा से भी उनकी मुलाकात होगी.

  • PM मोदी का पोलैंड के व्यापार जगत व इंडोलॉजिस्ट से मिलने का भी प्रोग्राम है.

भारत-पोलैंड द्विपक्षीय संबंध

  • 1954 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे. विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने 2019 में पोलैंड का दौरा किया था.

  • 2022 में पोलैंड के विदेश मंत्री ने भारत का दौरा किया था. 2022 में भारत-पोलैंड आर्थिक सहयोग पर वरसॉ में बैठक हुई.

  • 2022 में ही एक बड़ा भारतीय व्यापार प्रतिनिधि मंडल पोलैंड गया था. मकसद भारत-पोलैंड के द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना था.

  • लंबे समय से भारत और पोलैंड के डिफेंस समेत कई सेक्टर्स में भी सहयोग चल रहा है.

भारत-पोलैंड व्यापारिक संबंध

  • भारत के लिए पोलैंड मध्य-पूर्वी यूरोप में सबसे बड़ा व्यापारिक और निवेश साझेदार है.

  • 2013-23 तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में 192% की वृद्धि देखने को मिली.

  • अभी दोनों देशों के बीच करीब 6 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है.

  • पोलैंड में भारत का 3 अरब डॉलर का निवेश है. वहीं भारत में पोलैंड का 1 अरब डॉलर का निवेश है.

  • भारतीय आईटी और आउटसोर्सिंग कंपनियां बड़े पैमाने पर पोलैंड में काम कर रही हैं.

  • ऊर्जा-खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, दवाएं, कैमिकल्स के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच व्यापार है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोलैंड के इस दौरे से उम्मीदें लगाई जा रही हैं कि पोलैंड के साथ भारत के व्यापार को नई ऊर्जा मिलेगी. साथ ही दोनों देशों के संबंधों में और मजबूती आएगी. पोलैंड में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों को भी यही उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये दौरा दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देगा.

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