शेख हसीना की पार्टी के एक नेता ने तो बांग्लादेश में अमेरिका के राजदूत पीटर हास पर वहां की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी का पक्ष लेने का आरोप भी लगाया है.
5 अगस्त को बांग्लादेश छोड़कर भारत भाग आई वहां की पूर्व पीएम शेख हसीना ने अपनी सरकार के पतन और बांग्लादेश के इस खराब हालात के पीछे अमेरिका को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है. शेख हसीना ने आरोप लगाया है कि अमेरिका के चलते ही उन्हें सत्ता से बेदखल होना पड़ा. अमेरिका के चलते ही बांग्लादेश की शांति व्यवस्था भी बिगड़ी और अमेरिका ने ही कट्टरपंथियों का ब्रेन वॉश करके उन्हें तत्कालीन सरकार के खिलाफ भड़काया था. लेकिन सवाल यह उठता है कि शेख हसीना के इन दावों में कितना दम है और सवाल यह भी कि क्या रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पहले से पता था कि बांग्लादेश में तख्ता पलट होना तय है.
क्या रूस को थी इन मामलों की खबर
आपको बता दें कि शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के नेताओं ने भी आरोप लगाया है कि अमेरिकी राजनयिक चीन के खिलाफ पहल करने के लिए शेक हसीना पर लगातार दबाव डाल रहे थे. हसीना की पार्टी के एक नेता ने तो बांग्लादेश में अमेरिका के राजदूत पीटर हास पर वहां की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी का पक्ष लेने का आरोप भी लगाया है. ध्यान देने वाली बात यह है कि इसी साल जनवरी में अमेरिकी विदेश विभाग ने बांगलादेश में हुए आम चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल भी उठा दिए थे, जिसका अर्थ यह भी हो सकता है कि शेख हसीना का दोबारा बांग्लादेश की सत्ता पर काबिज होना यूएस को लगातार खटक रहा था.
शेख हसीना के इन दावों में दम
शेख हसीना के इन दावों में दम इसलिए भी है, क्योंकि पिछले ही साल 15 दिसंबर 2023 को रूसी विदेश मंत्रालय की तरफ से भी ऐसा ही एक चौकाने वाला दावा किया गया था. रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखोरा ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि अगर अगले चुनाव में शेख हसीना सत्ता में आती हैं तो अमेरिका उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अपनी सभी शक्तियों का इस्तेमाल करेगा. उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि अमेरिका बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन लाने के लिए अरब स्प्रिंग जैसी अराजक स्थिति पैदा कर सकता है.