घूसकांड मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में जारी विवाद थम नहीं रहा है। इसी बीच, केंद्र सरकार को जांच एजेंसी में चल रही रार को लेकर दखल देना पड़ा है। केंद्र ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया है। वहीं, एम नागेश्वर राव को तत्काल प्रभाव से सीबीआई का अंतरिम निदेशक नियुक्त किया गया है। एम नागेश्वर राव सीबीआई में ही संयुक्त निदेशक के पद पर हैं। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई दफ्तर को सील कर दिया गया है और स्टाफ कर्मचारी व बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं जी जा रही है।
बतादें कि सीबीआई ने अपने ही विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर केस दर्ज किया है। सीबीआइ द्वारा दर्ज की गई रिपोर्ट के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने याचिका में सीबीआइ निदेशक आलोक वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सीबीआइ निदेशक खुद पर लगे आपराधिक मामले को छिपाने के लिए उन्हें झूठे मामले में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किए गए सीबीआइ के निलंबित डीएसपी देवेंद्र कुमार ने कार्रवाई को आश्चर्यजनक करार देते हुए याचिका में आरोप लगाया कि यह एक संस्था द्वारा अपने अधिकारों को दुरुपयोग करने का उदाहरण है। इससे संस्था की गरिमा के साथ ही कर्मचारियों के मनोबल भी गिरा है। अस्थाना पर मांस कारोबारी मोइन कुरैशी से तीन करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में डीएसपी रैंक के अधिकारी देवेंद्र कुमार की भी गिरफ्तारी हुई है।
आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से लगाई गुहार
छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई निदेशक ने सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। आलोक वर्मा की अर्जी पर इसी शुक्रवार को सुनवाई होगी।
निलंबित डीएसपी देवेंद्र कुमार सात दिन की रिमांड पर
मीट कारोबारी से तीन करोड़ रुपये रिश्वत के मामले में आरोपित सीबीआइ के निलंबित डीएसपी देवेंद्र कुमार को पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष अदालत ने सात दिन की सीबीआइ रिमांड पर भेज दिया है। देवेंद्र को मंगलवार को निलंबित किया गया। उन पर भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआइ के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना का साथ देने का आरोप है।
गौरतलब है कि सीबीआइ ने देवेंद्र कुमार के दफ्तर और घर पर छापा मारकर कई दस्तावेज कब्जे में लिए थे। मनी लांड्रिंग समेत कई मामलों में आरोपित मीट कारोबारी मोइन कुरेशी से जुड़े एक मामले में जांच अधिकारी रह चुके देवेंद्र को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। उन पर कारोबारी सतीश बाबू सना का फर्जी बयान दर्ज करने का आरोप है।