बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अब लंदन नहीं जा पाएंगी. भारत से उनके लंदन जाने की खबरों पर अब विराम लग गया है. लेकिन अब सवाल यह है कि उनका अगला ठिकाना क्या होगा?
ब्रिटेन में दूसरे देशों के लोगों को शरण देने का इतिहास है. लेकिन शेख हसीना को फिलहाल दिक्कत आएगी. क्योंकि जब तक कोई दूसरे देश का नागरिक नहीं पहुंचता तब तक उसे असायलम नहीं मिलता. यह ब्रिटेन में एक अहम नियम है.
इस वजह से शेख हसीना फिलहाल ब्रिटेन यानी लंदन में शरण नहीं ले पाएंगी. यही नहीं ब्रिटेन में ऐसा कोई आव्रजन नियम भी नहीं है कि किसी को शरण या फिर अस्थायी शरण के लिए यात्रा की अनुमति दी जा सके.
कहां होगा शेख हसीना का अगला ठिकाना
शेख हसीना अगर लंदन नहीं जा सकेंगी तो उनका अगला ठिकाना क्या होगा ये भी एक बड़ा सवाल है. दरअसल भारत में ज्यादा दिन वह रह नहीं सकती हैं. ऐसे में अगर उन्हें कहीं शरण लेना है तो उन्हें कोई ऐसा देश तलाशना होगा जहां शरण मिल सके.
दरअसल शेख हसीना के परिवार के सदस्य फिनलैंड में रहते हैं. ऐसे में मुमकिन है कि वह भारत से सीधे फिनलैंड की उड़ान भरें.
इसके अलावा शेख हसीना को पनाह देने के लिए संयुक्त अरब अमीरात यानी UAE और बेलारूस भी प्रमुख रूप से शामिल हैं. सऊदी अरब में भी शेख हसीना को पनाह मिल सकती है. ऐसे में माना जा रहा है कि भारत के बाद या तो फिनलैंड या फिर किसी अरब देश में शेख हसीना अपना नया ठिकाना बना सकती हैं.
अमेरिका ने भी उठाया हाथ
शेख हसीना को शरण देने के मामले में अमेरिका ने भी अपना हाथ उठा लिया है. दरअसल बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहते हुए शेख हसीने अमेरिका को नाराज कर दिया था. दरअसल अमेरिका ने बांग्लादेश में एयरबेस के लिए जमीन मांगी थी, लेकिन शेख हसीना ने मना कर दिया था.
इसको लेकर अमेरिका नाराज हो गया था. ऐसे में अमेरिका ने शेख हसीना के वीजा को ही रिवोक कर दिया है. इसका मतलब है वह अमेरिका नहीं जा सकती हैं.