लखनऊ। कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती 26 जुलाई 2024 को लखनऊ मिलिट्री स्टेशन में मनाई गई। इस दौरान योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश और लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, मध्य कमान ने मध्य कमान के युद्ध स्मारक स्मृतिका पर पुष्पांजलि अर्पित कर सशस्त्र बलों के बलिदानी जाबांज वीरों को श्रद्धांजलि दी ।
लखनऊ में रजत जयंती समारोह, कारगिल युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों के सम्मान में स्मृतिका युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि समारोह के साथ शुरू हुआ। सशस्त्र बलों की बेहतरीन परंपराओं को कायम रखने वाले अपने वीर साथियों को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिक एकत्र हुए।
सूर्या ऑडिटोरियम में एक सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया जहां कुल 12 पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, शहीदों के परिवार के सदस्यों और सेवारत सैन्य कर्मियों को उनके बलिदान के सम्मान में मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सशस्त्र बलों द्वारा सीमाओं पर निरंतर चौकसी और राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए देश के नागरिकों की ओर से आभार व्यक्त किया।
1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की विजय का जश्न मनाने के लिए हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। आज ही के दिन 25 साल पहले भारतीय सेना ने लद्दाख के द्रास सेक्टर में दुश्मन द्वारा कब्जा की गई ऊंची चौकियों को वापस लिया था। युद्ध का कारण घुसपैठियों द्वारा नियंत्रण रेखा पर सर्दियों में खाली की गई चौकियों पर कब्ज़ा था। यह संघर्ष 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ जब भारतीय सेना ने घुसपैठियों द्वारा कब्जा की गई सभी चौकियों को वापस ले लिया।