सावन का महीना भगवान भोलनाथ को समर्पित होता है. इस महीने के सभी सोमवार विशेष महत्व रखते हैं. सावन के महीने में भगवान भोलनाथ की उपासना से जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति तो होती ही है. सावन महीने के पहले सोमवार से 16 सोमवार व्रत भी शुरु किया जाता है. मान्यता है कि इस व्रत के प्रताप से वैवाहिक जीवन में सुख, अच्छा जीवनसाथी पाने की इच्छा और आर्थिक लाभ मिलता है. आज हम आपको बताएंगे सावन का दूसरा सोमवार कब है, साथ ही पूजा मुहूर्त और महत्व के बारे में.
दूसरा सावन सोमवार मुहूर्त
सावन के दूसरे सोमवार का ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04.17 – सुबह 04.59 तक है.
अभिजित मुहूर्त – दोपहर 12.00 – दोपहर 12.55 तक है.
अमृत काल – सुबह 06.17 – सुबह 07.50 तक है.
पूजा विधि
शिवलिंग को गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी और शक्कर से अभिषेक करें.
सावन के दूसरा सोमवार पर शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाएं.
धतूरा भगवान भोलेनाथ को बहुत प्रिय है.
भगवान भोलेनाथ को सफेद रंग के फूल बहुत पसंद हैं.
धूप और दीप जलाकर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लें.
ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें.
सावन के सोमवार की व्रत कथा भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती के प्रेम की कहानी से जुड़ी हुई है.
इस कथा को सुनने से मन शांत होता है और भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है.