भारत और पाकिस्तान के बीच मंगलवार को डीजीएमओ स्तर की बातचीत होगी. इस दौरान भारत पाकिस्तान से सीमापार करके भारतीय सैनिकों पर हमले के मामले में सख्त लहजे में बात करेगा. 21 अक्टूबर को दोपहर बाद करीब 1.40 बजे जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से आए आतंकवादियों ने भारतीय सैनिकों के एक गश्ती दल पर हमला किया था. इस दौरान उन्होंने तीन भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी थी.
भारतीय जवाबी कार्रवाई में दो पाकिस्तानी भी मारे गए थे. लेकिन बाकी पाकिस्तान की सीमा में वापस भाग गए थे. बताया गया कि मारे गए आतंकवादियों ने भारतीय सेना की वर्दी पहनी हुई थी. माना जा रहा है कि ये बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के सदस्य थे. घटना के तुरंत बाद भारतीय सेना ने पुंछ में दोनों सेनाओं के बीच संपर्क के लिए बने टेलीफोन से पाकिस्तान को ऐसी हरकत दोबारा न करने और अपनी लाशें ले जाने के लिए कहा था.
भारतीय सेना ने इस हरकत को बहुत गंभीरता से लिया है और पुंछ से पाकिस्तान को एलओजी मैसेज भेजने के बाद आगे कार्यवाही करने का मन बनाया है. सेना के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को होने वाली डीजीएमओ स्तर की बातचीत में पाकिस्तान की तरफ से की गई इस भड़काने वाली कार्रवाई पर सख्त लहजे में चेतावनी देगा.
बता दें कि नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान की नकियाल बटालियन है, जो भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने, भारतीय सैनिकों पर स्नाइपर हमले करने और सीमा पार करके घात लगाकर हमले करने की मुख्य रूप से जिम्मेदार रही है. इस बटालियन के इलाके में आतंकवादियों के कई लांचिंग पैड हैं, जिनसे पाकिस्तान में प्रशिक्षित आतंकवादियों को ठहराया जाता है और भारतीय सीमा के अंदर भेजा जाता है.
सूत्रों के मुताबिक 29 सितंबर, 2016 में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों के कैंपों पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भी इस इलाके को निशाने पर लिया गया था. यहां पाकिस्तान की सेना की स्पेशल सर्विस ग्रुप के दस्तों के साथ, मुजाहिदीन बटालियनें और आतंकवादी साथ मिलकर भारतीय सैनिकों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करते हैं.