मौसम अनुकूल रहा तो आज इनकी निकासी संभव ,अब तक 1200 से ज्यादा को सुरक्षित निकाला गया
गंगटोक। भारतीय सेना ने स्थानीय नागरिक प्रशासन के सहयोग से उत्तर सिक्किम में फंसे करीब 1200 से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया है। रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी ने राहत और बचाव अभियान का विवरण एक्स हैंडल पर साझा किया है। रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, राहत अभियान में भारतीय सेना त्रिशक्ति कोर के अधिकारी और जवान युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं। मंगन के जिला मजिस्ट्रेट हेम कुमार छेत्री का कहना है कि चंगथांग और लाचुंग में करीब 150 पर्यटक बचे हैं। अगर मौसम अनुकूल रहा तो उन्हें आज निकाल लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सिक्किम में पिछले हफ्ते बरसात के दौरान हुए भू-स्खलन में यह पर्यटक फंस गए थे। रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी का कहना है कि सेना संचार सुविधा बहाल करने में बीएसएनएल की सहायता कर रही है। टेली बूथ स्थापित किए जा रहे हैं। 115 से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई है। पर्यटकों की सुरक्षित निकासी और सहायता पहली प्राथमिकता है।
मंगन जिला मजिस्ट्रेट हेम कुमार छेत्री का कहना है कि अब तक 1225 पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। भू-स्खलन से सबसे ज्यादा मंगन जिला प्रभावित हुआ है। अभी भी लगातार बारिश हो रही है। इस वजह से राहत और बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है। छेत्री ने कहा कि अगर मौसम अनुकूल रहा तो हवाई मार्ग से निकासी संभव होगी। इसके लिए बागडोगरा में 6 एमआई हेलीकॉप्टर तैयार हैं।
स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि सांकलांग में नवनिर्मित झूला पुल ढहने के बाद स्थिति गंभीर हो गई। यह उत्तरी सिक्किम और जोंगु को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग था। सिक्किम के सांसद इंद्र हंग सुब्बा ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग-10 को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की है।