कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2024 लोकसभा चुनाव में दो सीटों से चुनाव लड़ा था, एक केरल के वायनाड और दूसरा उत्तर प्रदेश के रायबरेली सीट से. उसके बाद से राहुल गांधी इस चीज को लेकर निर्णय नहीं कर पा रहे थे कि वे कहां का प्रतिनिधित्व करें और किस एक लोकसभा सीट को छोड़ दें. आखिरकार राहुल गांधी ने फैसला करते हुए यूपी के रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व करने का निर्णय लिया है और वायनाड सीट छोड़ दी है. राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने के बाद यहां से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनाव लड़ने जा रही हैं. वायनाड सीट पर उपचुनाव होने वाला है और यहां से प्रियंका गांधी ने चुनावी मैदान में एंट्री करने जा रही है. बता दें कि 2019 में राहुल गांधी ने वायनाड सीट से जीत दर्ज करते हुए संसद पहुंचे थे.
पहली बार चुनाव लड़ने जा रही हैं प्रियंका
प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के लिए चुनावी रैलियां तो खूब की है, लेकिन वायनाड सीट से वह पहली बार चुनाव लड़ने जा रही हैं. इससे पहले वह पार्टी संगठन में काम करती रही हैं. 2004 से ही प्रियंका पार्टी के चुनाव प्रचारों से जुड़ी हुई हैं. यूं तो प्रियंका गांधी लंबे समय से यूपी में कांग्रेस का कामकाज देख रही हैं, लेकिन एक प्रत्याशी के तौर पर चुनाव में उतरने से हमेशा कतराती रही हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो सपा के अखिलेश यादव और राहुल गांधी को एक साथ लाने में प्रियंका गांधी ने अहम भूमिका अदा की है.
गांधी परिवार की 10वीं सदस्य
बता दें कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का परिवार देश के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार के तौर पर जाना जाता है. प्रियंका गांधी परिवार की 10वीं सदस्य हैं, जो चुनाव लड़ने जा रही हैं. जवाहर लाल नेहरू के बाद इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री भी रह चुकी हैं. इंदिरा गांधी के दोनों बेटे राजीव गांधी और संजय गांधी भी राजनीति में अहम भूमिका निभा चुके हैं. इंदिरा गांधी के बड़े बेटे राजीव गांधी भी देश के प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं. वहीं, दोनों की मृत्यु के बाद उनकी पत्नियां सोनिया गांधी और मेनका गांधी चुनावी मैदान में उतरी. सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी और मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी दोनों ही मौजूदा समय के राजनेता हैं. राहुल गांधई ने इस बार लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं, इस लोकसभा चुनाव में वरुण गांधी को एनडीए से टिकट नहीं मिला. हालांकि उनकी मां को एनडीए से टिकट दिया गया था, लेकिन वह चुनाव हार गई. दोनों भाईयों के बाद अब प्रियंका गांधी परिवार की 10वीं सदस्य है, जो चुनाव लड़ने जा रही हैं.