कुवैत शहर में बुधवार को लगी भीषण आग में मारे गए 45 भारतीय नागरिकों के शवों को भारत विशेष विमान से वापस लाएगा। विमान आज यानि शुक्रवार सुबह कोच्चि में उतरेगा और फिर दिल्ली के लिए रवाना होगा। कुवैत में भारतीय दूतावास ने ये जानकारी दी।
बयान के अनुसार, मृतकों में से अधिकांश केरल (23) से हैं, इसके बाद तमिलनाडु से सात, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश से तीन-तीन, ओडिशा से दो और बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड और हरियाणा से एक-एक मृतक शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह गुरुवार को कुवैत पहुंचे। पहुंचते ही उन्होंने पार्थिव शरीर को शीघ्र स्वदेश लाने के लिए कुवैती सरकार के साथ समन्वय स्थापित किया। बुधवार को मंगाफ क्षेत्र में एक इमारत में लगी आग में इनकी मौत हो गई थी।
इमारत में मौजूद 176 भारतीय मजदूरों में से 45 की मौत हो गई, जबकि 33 अस्पताल में भर्ती हैं और बाकी सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
कुवैत पहुंचने के तुरंत बाद, मंत्री ने पांच अस्पतालों (अदन, मुबारक अल-कबीर, जाबेर, फरवानिया और जाहरा) का दौरा किया, जहां घायल भारतीयों का इलाज किया जा रहा है, और उनसे बातचीत की। अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, सभी मरीज सुरक्षित बताए जा रहे हैं और उनकी चिकित्सा स्थिति के आधार पर उन्हें धीरे-धीरे छुट्टी दी जाएगी।
कीर्ति वर्धन सिंह ने सबसे पहले वहां के गृह मंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबा से मुलाकात की, जिन्होंने मृतकों के पार्थिव शरीर को शीघ्र स्वदेश भेजने तथा अस्पताल में भर्ती सभी लोगों को उचित चिकित्सा देखभाल के लिए पूरा समर्थन और सहायता का आश्वासन दिया।
मंत्री ने विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या और स्वास्थ्य मंत्री अहमद अब्देलवहाब अहमद अल-अवदी से भी मुलाकात की।
दूतावास ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्थानीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है और घायलों तथा दुर्घटना स्थल से सुरक्षित निकाले गए लोगों को सभी आवश्यक सहायता सुनिश्चित कर रहा है।
दूतावास ने कहा कि वह मृतकों तथा घायलों के परिवार के सदस्यों के लिए एक समर्पित 24×7 हेल्पलाइन +965-65505246 (व्हाट्सएप और नियमित कॉल) संचालित कर रहा है। हेल्पलाइन के माध्यम से नियमित अपडेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं।