कांग्रेस बोली, राजनीति से प्रेरित है संघ प्रमुख का बयान
नई दिल्ली : संघ प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर मुद्दे को लेकर दिए गए बयान से देश की सियासत गरमा गई है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण का फिर से आह्वान करते हुए कहा है कि इस मसले पर चल रही राजनीति को खत्म करना चाहिए और राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जरूरी लगे तो केंद्र सरकार को राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाना चाहिए। संघ प्रमुख के इस बयान के बाद कांग्रेस समेत विभिन्न राजनीतिक दलों और मुस्लिम संगठनों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने जहां संघ प्रमुख के बयान को पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिया गया बयान बताया है वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने संघ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की घेरेबंदी करते हुए कहा कि आरएसएस और उनकी सरकार को मंदिर निर्माण से कौन रोक रहा है।
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि चुनाव आते ही भाजपा को ‘मंदिरीटिस’ नाम की बीमारी हो जाती है। भागवत भी इस रोग की चपेट में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख का यह बयान सिर्फ पांच राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव की वजह से हो रहा है। एआईएमआईएम अध्यक्ष व लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि संघ और उनकी सरकार को ऐसा करने से कौन रोक रहा है। यह एक स्पष्ट उदाहरण है जब एक राष्ट्र को साम्राज्यवाद में परिवर्तित किया जाता है। भाजपा और संघ पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि ये कानून के शासन में नहीं अपितु साम्राज्यवाद में विश्वास करते हैं।