हरिद्वार : उमेश्वर धाम की परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी उमा भारती ने कहा कि मां दुर्गा ही दुनिया की पराशक्ति है। जो प्रधान प्रकृति और बुद्धित्व की जननी है। जो अपने भक्तों की रक्षा कर शांति समृद्धि पर आघात करने वाली दुष्ट शक्तियों का विनाश करती है। जो श्रद्धालु भक्त श्रद्धापूर्वक नवरात्र में मां के स्वरूपों की पूजा अर्चना करता है। मां उसका कल्याण कर मनवांछित फल प्रदान करती है। वे गुरुवार को धाम आश्रम में अंतिम नवरात्र के अवसर पर कन्या पूजन से पूर्व श्रद्धालु भक्तों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपने ऊपर आयी विपत्तियों का स्वयं जिम्मेदार होता है। लोभ प्रलोभन के कारण विभिन्न प्रकार के कष्टों से घिर जाता है। अपनी शरण में आने वाले भक्त के कष्टों का निवारण कर मां यश वैभव और सुख समृद्धि प्रदान करती है। उमेश्वर धाम आश्रम में 108 कन्याओं का पूजन विधि विधान से किया गया और 11 विद्वान पंडितों द्वारा विश्व शांति के लिए यज्ञ हवन किया गया।
इस अवसर पर स्वामी शिवानंद भारती महाराज ने कहा कि मां प्रत्येक व्यक्ति के रोम रोम में विराजमान है और असीम अनंत में विद्यमान व गतिमान है। जो श्रद्धालु भक्त देवी स्वरूप कन्याओं का नवरात्र के अवसर पर विधानपूर्वक पूजन करते हैं। उन्हें सहस्त्रगुणा पुण्य फल की प्राप्ति होती है और उसकी सभी मनोकामनाएं देवी मां पूर्ण करती है। इस अवसर पर स्वामी आशीष भारती, पंडित चारू चंद्र जोशी, आचार्य ब्रजमोहन सेमवाल, रमेश डोकलान, पंडित खिलानन्द कलौनी, पंडित किरण शास्त्री, पंडित ललित मोहन जोशी आदि मौजूद रहे।