अयोध्या: 500 वर्ष के उपरांत 22 जनवरी 2024 को श्रीरामलला अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। जिस भक्त के हाथों श्रीरामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा हुई, वह ‘लाल’ रविवार को फिर अपने आराध्य के दर पहुंचा। चुनावी कार्यक्रम में अयोध्या पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रामलला सरकार के दरबार में पूजन-अर्चन व दर्शन किया, फिर दंडवत हो गए। पीएम से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां रामलला के चरणों में शीश झुकाया। इस दौरान श्रीराम मंदिर का नयनाभिरामी दृश्य बरबस ही अपनी तरफ आकर्षित कर रहा था। यह देख दूरदराज राज्यों व जनपदों से अयोध्या पहुंचे लोग भी भाव-विह्वल हो उठे।
शाम को ही पहुंचे सीएम योगी, शीश झुकाया-व्यवस्थाएं देखीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को इटावा में चुनावी रैली करने के बाद शाम को अयोध्या पहुंच गए। यहां उन्होंने पहले श्रीराम मंदिर में शीश झुकाकर दर्शन-पूजन किया, फिर व्यवस्था देखी। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ निरंतर रामलला दरबार में जाकर शीश झुकाते हैं।
रामभक्त के आगमन पर सजाया गया राम मंदिर
रामभक्त नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ के रविवार को आगमन पर राम मंदिर को पुष्पों से सजाया गया। मंदिर के बाहरी आवरण को देख हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। कहीं श्रीराम के तीर धनुष को प्रतीक के रूप में सजाया गया तो कहीं भगवान का बालरूप का नयनाभिरामी दृश्य खींच रहा था। मुख्य द्वार ऐसा सजा था कि मानों 22 जनवरी का फिर से दीदार हो उठा।