(शाश्वत तिवारी) हैदराबाद। भारत को ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज करार देते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि ग्लोबल साउथ के देश विश्व में अपने मुद्दों और स्थिति को लेकर भारत पर भरोसा करते हैं। जयशंकर ने मंगलवार को यहां विदेश नीति पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
‘फॉरेन पॉलिसी द इंडिया वे: फ्रॉम डिफिडेंस टू कॉन्फिडेंस’ पर बोलते हुए उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले 10 वर्षों में भारत को दुनिया भर में किस तरह से महत्व दिया गया है। जयशंकर ने सत्र को संबोधित करते हुए मंगलवार रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा देश आज अगले 25 वर्षों के लिए किस तरह की तैयारी कर रहा है, यह वह मानसिकता है, जिसके साथ हमें दुनिया के सामने आने की जरूरत है। इसके अलावा वैश्विक मंच पर भारत की प्रमुखता की सराहना करते हुए जयशंकर ने कहा कि किसी भी तरह भारत तक पहुंचने, भारत से जुड़ने और भारत के साथ काम करने में विश्व की बहुत रुचि है। जी20 शिखर सम्मेलन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी अध्यक्षता के दौरान कई देश भारत से जुड़ना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि लोगों को कई प्रकार की शंका थी, मगर इसके बावजूद भारत जी20 समिट के दौरान विभिन्न विषयों पर आम सहमति बनाने में सक्षम रहा। आप केवल अंतिम निर्माण देख रहे हैं, लेकिन पर्दे के पीछे बहुत काम होता है। विदेश मंत्री ने कहा मोदी की ‘गारंटी’ वैश्विक है। इस पर सीमाओं का जोर नहीं। हमने मोदी की गारंटी कोविड में देखी है। हमने इसे यूक्रेन के संघर्ष के दौरान देखा है। हमने इसे सूडान में देखा है। हाल ही में इस्राइल के दौरान भी हमने मोदी की गारंटी का असर देखा है।