शव को जल्द भारत भेजने के लिये केन्द्र सरकार से गुहार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक नगरी कानपुर के स्वराजनगर पनकी के रहने वाले 37 वर्षीय इंजीनियर विजय कुमार पाल की दिल्ली से अमेरिका जाते समय हार्ट अटैक पड़ने से मौत हो गयी। आईआईटी रूड़की से बीटेक करने वाले विजय सन फ्रासिस्को में जीई ऑयल एण्ड गैस कम्पनी की बैठक में हिस्सा लेने जा रहे थे। मौत की खबर आते ही घर में कोहराम मच गया और इंजीनियर विजय के सुरक्षित शव आने का इंतजार कर रहे है। मृतक के परिजनों ने सुरक्षित और जल्द शव को भारत पहुंचाने के लिये विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर मदद की गुहार लगाने के साथ कम्पनी के अधिकारी और मृतक के परिजन गृह और विदेश मंत्रालय नयी दिल्ली में कोशिश में लगे हुये है। परिजन चाहते है कि शव इसी सप्ताह रवाना कर दिया जाये क्योंकि शुक्रवार से अगले तीन दिनों तक छुट्टी है, यदि ऐसा न हुआ तो मंगलवार के शाम तक मृतक का शव दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है।
जानकारी के मुताबिक जापान सरकार ने आज मृतक का मृत्यृ प्रमाणपत्र जारी कर शव को सुरक्षित करने के लिये वहां की एक एजेन्सी को दे दिया है, जिसके द्वारा अग्रिम कार्यवाही कल गुरूवार शाम तक जापान में स्थित भारतीय उच्चायोग को शव को सौंपे जाने की उम्मीद है। परिजनों की कोशिश है कि तीन दिन की छुट्टी शुरू होने से पहले मृतक के शव को भारत रवाना कर दिया जाये। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 13 अक्टूबर को एयर इण्डिया के विमान एआई137 से सन फ्रासिस्को अमेरिका जाते समय बीच रास्ते में ही इंजीनियर विजय को हार्टअटैक पड़ गया और तत्काल टोक्यो जापान में इमरजेन्सी लैडिंग कराकर उसे स्थानीय हास्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों से उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों के मुताबिक जापान से लगभग तीन हजार किलोमीटर आगे निकलने बाद यात्रा कर रहे विजय कुमार पॉल को खाना खाने के बाद उल्टियां शुरू हो गयी और तबियत बिगड़ती देख एयर के कैप्टन ने वापस टोक्यो स्थित एयरपोर्ट पर इमरजेन्सी लैडिंग की, जहां से इंजीनियर विजय कुमार पाल को लगभग अस्सी किलोमीटर दूर रेडक्रास मेडिकल सेन्टर ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इंजीनियर विजय के परिवार में उनकी पत्नी, चार वर्ष की बच्ची के अलावा मॉ-बाप, दो भाई और दो बहनें है।